शुरू हुई किसानों की वापसी-गाजीपुर बॉर्डर से उखड़ने लगे हैं डेरे तंबू

शुक्रवार को गाजीपुर बॉर्डर पर तकरीबन 1 साल पहले लगे टेंट किसानों की ओर से खोलने शुरू कर दिए गए हैं।

Update: 2021-12-10 08:53 GMT

गाजियाबाद। किसान आंदोलन के स्थगन की घोषणा के साथ ही दिल्ली-उत्तर प्रदेश के गाजीपुर बॉर्डर पर तकरीबन 1 साल से आंदोलन चलाते हुए धरना देकर बैठे किसानों की वापसी शुरू हो गई है। गाजीपुर बॉर्डर पर भी किसानों की ओर से टैेंट खोलने शुरू कर दिए गए हैं।

शुक्रवार को गाजीपुर बॉर्डर पर तकरीबन 1 साल पहले लगे टेंट किसानों की ओर से खोलने शुरू कर दिए गए हैं। मंच के पीछे की सड़क को किसानों द्वारा अपने डेरे तंबू उखाडकर तकरीबन खाली कर दिया गया है। जिसके चलते दिल्ली उत्तर प्रदेश के गाजीपुर बॉर्डर पर नए कृषि कानूनों समय अन्य मांगों को लेकर आंदोलन चलाते हुए धरना देकर बैठे किसानों की वापसी शुरू हो गई है। इससे पहले बृहस्पतिवार को संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से आंदोलन को स्थगित किए जाने की घोषणा किए जाते ही यूपी गेट पर मौजूद किसानों के भीतर खुशी की लहर दौड़ गई थी। प्रदर्शनकारियों ने अपना सामान बांधकर घरों की तरफ लौटना शुरू कर दिया गया है।

रात भर गाजीपुर बॉर्डर पर जश्न मनाया गया। प्रदर्शनकारियों की ओर से पहले मिठाइयां बांटी गई, उसके बाद तिरंगा फहराया गया। महिलाओं और पुरुषों ने कबड्डी खेली। रात में प्रदर्शन स्थल पर जगह-जगह नाच गाना किया गया। यूपी गेट पर आंदोलन के चलते 25 बड़े और 80 छोटे तंबू लगे हुए थे। किसानों के खाने पीने की पूर्ति के लिए 27 लंगर चलाए जा रहे थे। रामपुर से आए तकरीबन 25 युवकों की ओर से धरना स्थल पर एक स्टोर बनाया गया था। जहां प्रदर्शनकारियों को रोजाना काम आने वाली वस्तुएं निशुल्क दी जाती थी। बृहस्पतिवार की रात से वह भी बंद हो गया है।



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