मेडिकल कॉलेज पर गंभीर आरोप-छात्रों ने मांगी इच्छा मृत्यु

मेडिकल कॉलेज प्रबंधन पर आरोप लगाया गया है कि मान्यता खत्म होने के बावजूद भी वह छात्रों को गुमराह करके पढ़ाते

Update: 2022-02-02 09:26 GMT

सहारनपुर। एमसीआई द्वारा मान्यता खत्म कर दिए जाने के बाद पढ़ाई बीच में बंद होने से परेशान मेडिकल कॉलेज के दर्जनभर छात्रों ने राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की मांग की है। छात्रों की ओर से मेडिकल कॉलेज प्रबंधन पर आरोप लगाया गया है कि मान्यता खत्म होने के बावजूद भी वह छात्रों को गुमराह करके पढ़ाते रहे। अब मान्यता खत्म होने से उनका भविष्य अंधकार में हो गया है।

महानगर के ग्लोकल यूनिवर्सिटी के दर्जनभर छात्रों की ओर से सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपें गये ज्ञापन में कहा गया है कि नीट क्वालीफाई करने के बाद वर्ष 2016 के दौरान 66 छात्रों ने ग्लोकल मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस पाठ्यक्रम में प्रवेश लिया था। छात्रों ने दावा किया है कि कालेज में प्रवेश देने से पहले उनकी काउंसलिंग भी की गई थी। इसी बीच 3 महीने बाद ही एमसीआई की ओर से मेडिकल कॉलेज की मान्यता रद्द कर दी गई, लेकिन इसकी सूचना छात्रों को नहीं देकर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन लगातार छात्र छात्राओं को 5 साल तक पढ़ाई करवाता रहा। अपना भविष्य अंधकारमय होने से बचाने को छात्रों ने अधिकारियों से लेकर शासन तक अपनी पीड़ा दूर करने को चक्कर लगाए। लेकिन छात्रों के लिए कोई रास्ता नहीं निकला। ग्लोकल मेडिकल कॉलेज के 66 छात्र छात्राओं में से अब दर्जनभर छात्र-छात्राओं ने राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु मांगी है और महामहिम को संबोधित ज्ञापन कलेक्ट्रेट में सिटी मजिस्ट्रेट विवेक चतुर्वेदी को सौंपा है। इच्छा मृत्यु मांगने वालों में शिवम शर्मा, विभोर, शिवानी राणा, रिजवान, सदफ, विग्नेश, सामिया, ऐश्वर्या, अरविंद राज एवं राहुल राज शामिल है।

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