होली चाइल्ड में आरंभ हुई आत्मविश्वास निर्माण व कौशल वृद्धि कार्यशाला
आत्मविश्वास में वृद्धि करने की शपथ के साथ आज के कार्यक्रम का समापन किया।;
मुजफ्फरनगर। होली चाइल्ड पब्लिक इंटर कॉलेज के सभागार में आत्मविश्वास निर्माण एवं कौशल कौशल वृद्धि विषय पर आरंभ की गई तीन दिवसीय कार्यशाला में बच्चों को अच्छा वक्ता बनने के गुर बताए गए।
शुक्रवार को जनपद मुजफ्फरनगर के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के गांव जड़ौदा स्थित होली चाइल्ड पब्लिक इंटर कॉलेज के सभागार में विद्यार्थियों के लिए आत्मविश्वास निर्माण एवं कौशल वृद्धि विषय पर तीन दिवसीय कार्यशाला आरंभ की गई।
कार्यशाला के प्रथम दिन आयोजित किए गए कार्यक्रम का शुभारंभ कोच एवं ट्रेनर पब्लिक स्पीकिंग वक्ता ऑथर शैरी, कुलविंदर कौर, प्रधानाचार्य प्रविंद्र दहिया, कॉलेज चेयरमैन रीटा दहिया, धीरज बालियान एवं रजनी शर्मा ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित करके किया।
प्रधानाचार्य ने बताया है कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों में मंच कुशलता के विकास में वृद्धि करना एवं अपनी योग्यता को बढाना है। आत्मविश्वास का निर्माण करने में आत्मकरूणा का अभ्यास करना, छोटे-छोटे लक्ष्यों को भी निर्धारित करना और उन्हें प्राप्त करने में सफलता पाना तथा नकारात्मक आत्मचर्चा को चुनौती देना शामिल है।
तीन दिवसीय कार्यशाला में सर्वप्रथम बच्चों को अच्छा वक्ता बनने के गुर बताये गये, जिसमें बताया गया कि अच्छा वक्ता बनने के लिए सबसे पहले एक अच्छा श्रोता बनना बहुत जरूरी है। ऑथर शैरी के द्वारा बच्चों को मंच पर बोलते समय घबराहट और बैचेनी को दूर करने के लिए मुख्य बिन्दु बताये गये, जो निम्न प्रकार है- जैसे - अपने डर को पहचाना, अपने डर को कोई नाम देना और उसको पहचानकर समाप्त करना, मंच पर बोलते समय श्रोताओं को ध्यान में रखे, अपने श्रोताओं की रूचियों और जरूरतों को समझे और भाषण उनके अनुसार तैयार करें।
उन्होंने बताया की संबोधन के दौरान शारीरिक भाषा का उपयोग करें, जैसे अपने हाथों, चेहरे और आँखों का उपयोग करके अपने भाषण को अधिक प्रभावी बनायें। सार्वजनिक मंच पर बोलने के कौशल में सुधार करने से आप अपने विचारों को प्रभावी ढंग से व्यक्त कर सकते है और अपने श्रोताओं को प्रभावी कर सकते है एवं मंच पर जाने से पहले अपने मुख्य बिन्दुओं को लिखकर रखे, जिससे विषय से भटकने बच सके।
उन्होंने बताया कि हमेशा मंच पर जाते समय अपने चेहरे पर मुस्कान रखे। बीच-बीच में पब्लिक से सवाल पूछते रहे जिससे पब्लिक की रूचि भाषण में बनी रहें।
अंत में ऑथर शैरी ने आत्मविश्वास में वृद्धि करने की शपथ के साथ आज के कार्यक्रम का समापन किया।