विद्यार्थियों के लिए भारतीय प्रशासनिक सेवा मार्गदर्शन हेतु हुआ आयोजन

जीवन में अपनाकर आज मैं सैन्ट्रल सर्विस में भारतीय सांख्यिकी सेवा में मेरा प्रथम रैंक में चयन हुआ है।

Update: 2025-10-26 08:05 GMT

मुजफ्फरनगर। होली चाइल्ड पब्लिक इण्टर कॉलेज, जडौदा, मुजफ्फरनगर के सभागार में विद्यार्थियों के लिए भारतीय प्रशासनिक सेवा मार्गदर्शन हेतु एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।


कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि नवनियुक्त प्रथम रैंक प्राप्त भारतीय सांख्यिकी सेवा में अधिकारी कुमारी कशिश, सहायक विकास अधिकारी जितेन्द्र कुमार, प्रधानाचार्य प्रवेन्द्र दहिया, उलझन-सुलझन ब्लॉगर के प्रतिनिधि राजीव कुमार, आदित्य दहिया, जितेन्द्र कुमार, शुभम कुमार, रूपेश कुमार, प्रदीप त्यागी द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया।

कुमारी कशिश ने बताया कि कोई भी कार्य आसान नहीं होता है लेकिन जब हम उसे करने के लिए ठान लेते है, धीरे-धीरे रास्ता बनना शुरू हो जाता है। विद्यार्थियों को पढाई के समय ही अपने भविष्य के लिए लक्ष्य निर्धारित कर लेना चाहिए और अपनी मूलभूत शिक्षा के साथ-साथ अपने विषयों पर अच्छी पकड बना लेनी चाहिए और प्रत्येक विषय को पढते समय उसे समझना चाहिए। विद्यार्थियों को सिर्फ नम्बर लाने के लिए नहीं बल्कि अपने विषय में श्रेष्ठ बनने के लिए पढना चाहिए। विद्यार्थियों को अपनी आदतों पर ध्यान देकर श्रेष्ठ आचरण को अपनाना चाहिए, क्योंकि स्वयं अनुशासन और अपनी पढाई को श्रेष्ठ करने के लिए निरन्तर अध्ययन करना विद्यार्थियों को उनके लक्ष्य तक पहुंचा सकता है।

हमें स्कूल फाउण्डेशन शिक्षा को शुरू से ही समझकर चलना होगा क्योंकि स्कूल की बुनियादी शिक्षा ही आगे चलकर कारगर होती है। हमेशा शिक्षकों की श्रेष्ठ बातों और मार्गदर्शन को अपने आचरण में अपना लेना चाहिए, क्योंकि शिक्षक ही हमारे भविष्य की नींव का निर्माण करने में सहायता करते है, विद्यार्थियों को यह नहीं सोचना चाहिए कि हम किस पृष्ठभूमि से आते है, बल्कि वे कठिन परिश्रम, स्वाध्याय के द्वारा अच्छे परिणाम ला सकते है, उन्हें भविष्य के परिणामों की चिन्ता न करके अपने दिल से श्रेष्ठ कार्य और अपनेे स्वयं से शत-प्रतिशत प्रयास करने चाहिए जिससे उन्हें भविष्य के परिणामों की कोई भी चिन्ता नहीं रहती है।


छात्रा अंशिका शुक्रालिया ने अपने प्रश्न में अतिथि कुमारी कशिश से पूछा कि एक गांव का विद्यार्थी बिना किसी कोचिंग के कैसे भारतीय सिविल सेवा में सफल हो सकता है? तो उन्होंने बताया कि अपनी प्रारम्भिक शिक्षा इण्टरमीडिएट तक पढाई में अपने विषयों में स्वयं समझने एवं विषयों पर अच्छी पकड बनाने के लिए निरन्तर अभ्यास करना चाहिए। भारतीय सिविल सेवा से जुडे हुए व्यक्तियों का मार्गदर्शन समय-समय पर लेते रहना चाहिए। साथ ही साथ आज के डिजिटल युग में डिजिटल माध्यम से भी घर बैठे अच्छी तैयारी कर सकता है और यही मैंने जीवन में अपनाकर आज मैं सैन्ट्रल सर्विस में भारतीय सांख्यिकी सेवा में मेरा प्रथम रैंक में चयन हुआ है।

मैंने स्कूल और कॉलेज के समय से ही अपनी पढाई को पूरी गंभीरता से निभाया है और कैरियर को इसी दिशा में आत्मविश्वास और नियमित स्वाध्याय के द्वारा मैंने इस मुकाम पाया है।

प्रधानाचार्य प्रवेन्द्र दहिया ने अपने सम्बोधन में बताया कि विद्यार्थी प्रारम्भ से ही अच्छी आदतों, श्रेष्ठ आचरण और श्रेष्ठ व्यक्तियों की संगत में ही अपने सफल जीवन का निर्माण कर सकता है और अन्त में अतिथियों को स्मृति चिह्न देकर आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम को सफल बनाने में धीरज बालियान, मनोज त्यागी, रीना, आकाक्षा, बबीता अग्रवाल ने सहयोग किया।Full View

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