बर्फ से ढका बद्रीनाथ धाम- जमने लगी शेष नेत्र झील

बर्फबारी का सिलसिला शुरू होने के बाद इलाके की सुंदरता को देखने के लिए पर्यटक भी बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं

Update: 2025-11-22 10:41 GMT

देहरादून। बद्रीनाथ धाम में हुई नवंबर की पहली बर्फबारी से मंदिर परिसर बर्फ की सफेद चादर से ढक गया है। उधर शेष नेत्र झील भी जमने लगी है। इलाके की सुंदरता देखने को पर्यटक भी पहुंच रहे हैं।

उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में जारी बर्फबारी के सिलसिले के अंतर्गत उत्तराखंड के चमोली में स्थित बद्रीनाथ धाम में नवंबर की पहली बर्फबारी हुई है, इसके बाद पूरा मंदिर परिसर बर्फ की सफेद चादर से ढक गया है। बर्फबारी का सिलसिला जारी रहने से बद्रीनाथ धाम का तापमान -6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है।


उधर चमोली जनपद की शेष नेत्र झील भी जम गई है, 14500 फीट की ऊंचाई पर स्थित पिथौरागढ़ के आदि कैलाश इलाके में भी बर्फबारी हुई है, जिसके चलते इलाके की सभी झीले जम गई है। बर्फबारी का सिलसिला शुरू होने के बाद इलाके की सुंदरता को देखने के लिए पर्यटक भी बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं

देहरादून। बद्रीनाथ धाम में हुई नवंबर की पहली बर्फबारी से मंदिर परिसर बर्फ की सफेद चादर से ढक गया है। उधर शेष नेत्र झील भी जमने लगी है। इलाके की सुंदरता देखने को पर्यटक भी पहुंच रहे हैं।


उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में जारी बर्फबारी के सिलसिले के अंतर्गत उत्तराखंड के चमोली में स्थित बद्रीनाथ धाम में नवंबर की पहली बर्फबारी हुई है, इसके बाद पूरा मंदिर परिसर बर्फ की सफेद चादर से ढक गया है। बर्फबारी का सिलसिला जारी रहने से बद्रीनाथ धाम का तापमान -6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है।

उधर चमोली जनपद की शेष नेत्र झील भी जम गई है, 14500 फीट की ऊंचाई पर स्थित पिथौरागढ़ के आदि कैलाश इलाके में भी बर्फबारी हुई है, जिसके चलते इलाके की सभी झीले जम गई है। बर्फबारी का सिलसिला शुरू होने के बाद इलाके की सुंदरता को देखने के लिए पर्यटक भी बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं।Full View

Similar News