मंदिर के महंत से वसूली- चौकी इंचार्ज लाइन हाजिर- दो सिपाही सस्पेंड

सीऐ बुढ़ाना ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच की और महंत के बयान दर्ज किये।;

Update: 2025-05-05 07:33 GMT

मुजफ्फरनगर। शाहपुर थाना क्षेत्र के गांव में स्थित मंदिर के महंत से चौकी निर्माण के नाम पर वसूली करने के मामले को लेकर चारों तरफ मचे हड़कंप के बीच वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की ओर से की गई कार्यवाही के अंतर्गत चौकी प्रभारी को लाइन हाजिर करते हुए वसूली करने वाले दो सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया गया है।

सोमवार को पुलिस अधीक्षक देहात आदित्य बंसल की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया है कि जनपद मुजफ्फरनगर के शाहपुर थाना क्षेत्र की हरसौली चौकी क्षेत्र से संबंधित एक शिकायत प्राप्त हुई थी कि मंदिर कमेटी के लोगों से चौकी के कुछ पुलिस कर्मचारियों द्वारा पैसों की डिमांड की गई है।

एसपी देहात ने बताया है कि चौकी पर तैनात पुलिस कर्मियों द्वारा अनियमितताएं बरते जाने की शिकायत भी विभाग को प्राप्त हुई थी। शिकायत पर क्षेत्राधिकारी बुढ़ाना गजेंद्र पाल सिंह को तत्काल मौके पर पहुंचकर मामले की जांच कराई गई।

एसपी देहात ने बताया कि क्षेत्राधिकारी बुढ़ाना द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर पुलिस महा निरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह द्वारा की गई कार्यवाही के अंतर्गत दो सिपाहियों उमेश एवं ऋतिक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

उन्होंने बताया है कि इस मामले में हरसौली चौकी इंचार्ज के खिलाफ भी कार्यवाही करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने उन्हें लाइन हाजिर कर दिया है।

उन्होंने बताया है कि एसएसपी द्वारा इस सारे मामले की आरंभिक जांच मुझे सौंपी है, जांच के पश्चात जो भी पुलिस कर्मी अवैध उगाही के इस मामले में दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।

उल्लेखनीय है कि शाहपुर थाना क्षेत्र के हरसौली गांव में बने मंदिर के महंत सुखपाल सिंह ने बीते दिन आरोप लगाया था कि चौकी निर्माण के नाम पर दरोगा एवं पुलिसकर्मी उनसे वसूली कर रहे हैं।

चौकी निर्माण के नाम पर पहले उनसे 31000 रुपए लिए गए और फिर दरोगा ने भी ₹21000 वसूल कर लिए। इतना ही नहीं एक पुलिस कर्मी ने बैटरे के नाम पर उनसे ₹15000 की वसूली की। यह रकम पुलिसकर्मी ने शराब ठेकेदार खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर कराई थी।

पुलिस कर्मियों की इस वसूली से परेशान हुए नाथ संप्रदाय के महंत सुखपाल ने रविवार को गांव में पंचायत बुलाई थी, लेकिन किसी कारणवश यह पंचायत टल गई थी।

यह मामला जब केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के संज्ञान में पहुंचा तो उन्होंने पूरे मामले की जानकारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह को दी।

शिकायत को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने सीओ बुढ़ाना गजेंद्र पाल सिंह को जांच के लिए मौके पर भेजा था। रविवार को सीऐ बुढ़ाना ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच की और महंत के बयान दर्ज किये।Full View

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