फैसले से पहले बांग्लादेश में हिंसा भड़की - ढाका आग-धमाकों से दहला
शेख हसीना के खिलाफ मानवता विरोधी अपराधों के केस पर आज आने वाले फैसले से पहले देशभर में उग्र प्रदर्शन, सेना और बीजीबी तैनात।
नई दिल्ली। बांग्लादेश की राजधानी ढाका समेत कई प्रमुख शहरों में सुबह हालात अचानक बिगड़ गए। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ मानवता-विरोधी अपराधों के मामले में आज आने वाले फैसले से पहले, विरोध प्रदर्शन हिंसक टकराव में बदल गए। आगजनी, धमाके और सड़क जाम के बीच सरकार ने हालात नियंत्रित करने के लिए सेना और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) को मोर्चे पर लगा दिया है।
बांग्लादेश में राजनीतिक तनाव सुबह चरम पर पहुंच गया। अदालत में आज पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ चल रहे मानवता विरोधी अपराधों के मामले में फैसला आना है, जिसके पहले ही देशभर में विरोध प्रदर्शन उग्र हो गए हैं।
ढाका, चिटगांव, राजशाही और सिलहट जैसे बड़े शहरों में प्रदर्शनकारियों ने बसों, पुलिस वाहनों और सरकारी संपत्तियों में आग लगा दी। कई स्थानों पर तेज धमाकों की आवाज सुनी गई, जिसके बाद इलाके में दहशत का माहौल बन गया।राजधानी ढाका में कई प्रमुख मार्गों पर प्रदर्शनकारी सड़क पर उतर आए और रेड-जो़न सहित कई इलाकों को पूरी तरह जाम कर दिया। पुलिस ने भीड़ को कंट्रोल करने के लिए आँसू गैस और रबर बुलेट का इस्तेमाल किया, लेकिन प्रदर्शन जारी रहे।
स्थिति लगातार बिगड़ती देख सरकार ने सेना और बीजीबी को तैनात कर दिया है। दोनों बलों ने संवेदनशील इलाकों में मार्च करते हुए स्थिति संभालने की कोशिश शुरू कर दी है।
हालांकि, अदालत के फैसले को लेकर तनाव लगातार बढ़ रहा है। सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि फैसला आने के बाद हिंसा और बढ़ सकती है। प्रशासन ने नागरिकों से घरों में रहने और अफवाहों से बचने की अपील की है।
उधर, विपक्षी दलों का आरोप है कि सरकार मामले को राजनीतिक रूप से इस्तेमाल कर रही है। वहीं, हसीना समर्थक समूहों का कहना है कि उनके नेता को गलत तरीके से निशाना बनाया जा रहा है। फिलहाल, देश के कई शहर अलर्ट पर हैं और सुरक्षा बल लगातार गश्त कर रहे हैं।