पाक और चीन को अमेरिका से झटका- बलूच आर्मी पर चले थे पाबंदी लगवाने

उल्लेखनीय कि बलूचिस्तान में लंबे समय से स्वायत्तता की मांग उठाई जाती रही है,

Update: 2025-09-19 11:39 GMT

नई दिल्ली। पाकिस्तान और उसके सदाबहार दोस्त कहे जाने वाले चीन को ब्रिटेन और फ्रांस जैसे देशों के विरोध के साथ साथ अमेरिका से जोरदार झटका लगा है। पाकिस्तान में सक्रिय विद्रोही संगठन बलूच लिबरेशन आर्मी और उसकी मजीद ब्रिगेड पर पाबंदी लगाने के उनके प्रस्ताव पर अमेरिका ने वीटो करते हुए उसे मंजूर नहीं होने दिया है।

पाकिस्तान में सक्रिय विद्रोही संगठन बलूच लिबरेशन आर्मी और उसकी मजीद ब्रिगेड को संयुक्त राष्ट्र की पाबंदी सूची 1267 में शामिल करने के लिए संयुक्त सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान और उसके सदाबहार दोस्त चीन की ओर से रखे गए प्रस्ताव पर अमेरिका ने वीटो कर दिया है।

महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि पाकिस्तान और उसके सदाबहार दोस्त चीन द्वारा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में रखे गए इस प्रस्ताव को ब्रिटेन और फ्रांस जैसे देशों का भी समर्थन नहीं मिल सका है।

अमेरिका ने प्रस्ताव का विरोध करते हुए साफ कहा है कि बलूच लिबरेशन आर्मी का अलकायदा अथवा इस्लामिक स्टेट से कोई संबंध नहीं होना पाया गया है, इसलिए इस प्रस्ताव को सूची में शामिल नहीं किया जा सकता है, हालांकि यह भी सही है कि अमेरिका ने बलूच लिबरेशन आर्मी और मजीद ब्रिगेड को आतंकी संगठन घोषित किया है।

उल्लेखनीय कि बलूचिस्तान में लंबे समय से स्वायत्तता की मांग उठाई जाती रही है, जिसके चलते बलूच लिबरेशन आर्मी ने अपनी इस मांग को लेकर पाकिस्तान सरकार के खिलाफ विद्रोह का झंडा बुलंद कर रखा है।

उल्लेखनीय है कि भारत कई मर्तबा संयुक्त राष्ट्र परिषद में पाकिस्तान में सक्रिय आतंकी संगठनों पर पाबंदी लगाए जाने की डिमांड कर चुका है, लेकिन चीन अक्सर भारत की मांग पर अपनी टांग अड़ाता रहा है।

अब ऐसा पहली बार ऐसा हुआ है जब पाकिस्तान और उसके सदाबहार दोस्त चीन के साझा प्रयास को अमेरिका ने वीटो कर जोर का झटका दिया है, इसके अलावा फ्रांस और ब्रिटेन के विरोध का भी पाकिस्तान और चीन को सामना करना पड़ा है।Full View

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