नये भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की अटकलों के बीच योगी का दिल्ली दौरा अहम
इस पद के लिए एक महिला नेता की नियुक्ति पर भी आंतरिक चर्चा चल रही है।”
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के नये राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिल्ली दौरे से अटकलों का बाजार गर्म हो गया है।
सूत्रों के अनुसार, योगी अपने दौरे के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर सकते हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की संभावना है। इस दौरे ने उत्तर प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज कर दी है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने हाल ही में दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। उस मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की गईं, जिससे दिल्ली और उत्तर प्रदेश दोनों में संभावित राजनीतिक बदलावों की अटकलों को बल मिला।
अब, जब सीएम योगी दिल्ली में हैं, तो राजनीतिक गलियारों में राज्य भाजपा नेतृत्व में संभावित बदलावों को लेकर नए सिरे से चर्चायें हो रही हैं।
एक पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, “संभावित नेतृत्व परिवर्तन के लिहाज से मुख्यमंत्री का दिल्ली दौरा महत्वपूर्ण है। नये भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए कई नामों पर विचार किया जा रहा है और यह दौरा उसी निर्णय प्रक्रिया से जुड़ा हो सकता है।”
वरिष्ठ पार्टी नेताओं का कहना है कि विचाराधीन नामों में केशव प्रसाद मौर्य, रेखा वर्मा, बीएल वर्मा, श्रीकांत शर्मा और डॉ. दिनेश शर्मा शामिल हैं। भाजपा कथित तौर पर ब्राह्मण और ओबीसी कारकों के आधार पर अपनी रणनीति का मूल्यांकन कर रही है, हालांकि किसी आश्चर्यजनक नाम की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
एक अन्य पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि चूंकि मुख्यमंत्री उच्च जाति से हैं, इसलिए संभावना है कि नया पार्टी अध्यक्ष ओबीसी पृष्ठभूमि से होगा। इस पद के लिए एक महिला नेता की नियुक्ति पर भी आंतरिक चर्चा चल रही है।”
भाजपा सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) एक ऐसे प्रदेश अध्यक्ष का चयन करना चाहता है जो आगामी चुनावों से पहले सरकार और पार्टी तंत्र, दोनों के साथ प्रभावी ढंग से समन्वय स्थापित कर सके। कथित तौर पर, आरएसएस संगठन और प्रशासन के बीच किसी भी तरह के मतभेद से बचने के लिए नियुक्ति को अंतिम रूप देने से पहले योगी आदित्यनाथ की मंज़ूरी ले रहा है।
नए प्रदेश अध्यक्ष आगामी पंचायत चुनावों और बाद में उत्तर प्रदेश में 2027 के विधानसभा चुनावों की तैयारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।