खेतों में फसलों के अवशेष जलाने से होता है किसानों का नुकसान-आनंदवीर
जमीन की ऊपरी सतह पर रहने वाले किसानों के मित्र कीट आग में जलकर नष्ट हो जाते हैं;
मुजफ्फरनगर। कृषि विभाग की ओर से खतौली विकासखंड क्षेत्र के ग्राम खेड़ा चौगावंा में आयोजित की गई न्याय पंचायत स्तरीय कृषक गोष्ठी में किसानों को खेतों में फसलों के अवशेष जलाने पर होने वाले नफे नुकसान की जानकारी दी गई। इस दौरान सहायक विकास अधिकारी कृषि रक्षा ने बताया कि खेतों में फसलों के अवशेष जलाने से खेत की उर्वरकता पर गहरा दुष्प्रभाव पड़ता है। जमीन की ऊपरी सतह पर रहने वाले किसानों के मित्र कीट आग में जलकर नष्ट हो जाते हैं।
शुक्रवार को खतौली विकासखंड क्षेत्र के ग्राम खेड़ा चौगावां में न्याय पंचायत स्तरीय कृषक गोष्ठी का आयोजन किया गया। कृषि विभाग द्वारा ग्राम प्रधान चमन सिंह की बैठक पर आयोजित की गई गोष्ठी में फसल अवशेष प्रबंधन पर किसानों को जानकारी देते हुए गोदाम प्रभारी जोगेंद्र सिंह ने बताया कि खेतों में फसलों के अवशेष जलाने से खेत की भूमि को 100 प्रतिशत नत्रजन, 25 प्रतिशत फास्फोरस, 20 प्रतिशत पोटाश और 60 प्रतिशत सल्फर का नुकसान होता है।
सहायक विकास अधिकारी कृषि रक्षा आनन्द वीर सिंह ने जैव रसायन बिवेरिया बेसियाना व ट्राइकोडर्मा के बारे मे जानकारी देते हुए किसानों को बताया कि यह दोनों रसायन 75 प्रतिशत अनुदान पर प्रचुर मात्रा में पहले आओ महले पाओ के आधार पर विभाग में उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि फसलों के अवशेष खेतों में जलाने से भूमि की संरचना प्रभावित होती है। इससे पोषक तत्वों का समुचित मात्रा में स्थानान्तरण नहीं हो पाता है। खेतों में अघिक जलभराव भी फसलों के लिये नुकसान दायक है। इससे भूमि के कार्बनिक पदार्थों का ह्रास होता है और खेतों में अवशेष जलाने से जमीन की ऊपरी सतह पर रहने वाले मित्र कीट व केंचुआ आदि भी नष्ट हो जाते है। अवशेष जलाने के बाद खेतों से उठने वाले धुंए से अस्थमा और दमा जैसी सांस से सम्बन्धित बीमारियों के मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। साथ ही इन रोगों के मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है।
उन्होंने बताया कि फसलों के अवशेष जलाने से उत्पन्न सल्फर डाईऑक्साइड व नाइट्रोजन ऑक्साइड के कारण आँखों में जलन होने लगती है। चर्म रोग की शिकायत बढ़ जाती है। वातावरण में स्मॉग जैसी स्थिति पैदा हो जाती है, जिससे सड़क पर दुर्घटना होती है।
कृषक गोष्ठी में ग्राम निठारी, अहमदगढ, खेडा चौगांवा और पाल आदि कई गांवों के किसानों के अलावा भाजपा जानसठ मंडल अध्यक्ष धर्मदत्त, अमित कुमार, ब्रहम सिंह, मकसूदाबाद के दीन मौहम्मद और सरफराज आदि मुख्यरूप से मौजूद रहे।