RJD नेता तेजस्वी यादव के अहंकार से टूट के कगार पर महागठबंधन : JDU

राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि तेजस्वी यादव की स्वीकार्यता न तो जनता के बीच है और न ही उनकी पार्टी के बड़े नेताओं में है।

Update: 2020-09-24 11:50 GMT

पटना जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर महागठबंधन के घटक दलों के बीच सीटों के तालमेल पर मचे घमासान को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) एवं प्रतिपक्ष के नता तेजस्वी प्रसाद यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके अहंकार की वजह से महगठबंधन टूट के कगार पर पहुंच गया है।

जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने गुरुवार को यहां कहा कि महागठबंधन को उसकेे ही एक घटक दल ने आईसीयू में बताया है और इससे वहां के दयनीय हालात को समझा जा सकता है कि किस कदर सीटों के तालमेल को लेकर महागठबंधन में घमासान मचा हुआ है और कोहराम की स्थिति है। राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव के अहंकार की वजह से महागठबंधन टूट के कगार पर पहुंच गया है।

राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि तेजस्वी यादव की स्वीकार्यता न तो जनता के बीच है और न ही उनकी पार्टी के बड़े नेताओं में है। कार्यकर्ताओं में भी उनकी साख घट रही है। गठबंधन के साथी भी उन्हें गंभीरता से लेने के लिए तैयार नहीं है। 

प्रसाद ने कहा कि  यादव के अहंकार ने महागठबंधन में बिखराव की जो प्रक्रिया है उसको काफी तेज कर दिया है।

जदयू प्रवक्ता ने कहा कि महागठबंधन से हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) ने पहले अलविदा कहा और बहुत जल्द अन्य घटक दलों से भी ऐसे ऐलान हो सकते हैं। इसीलिए, जो वह बार-बार कहते आ रहे हैं कि तेजस्वी यादव के बस का नहीं है महागठबंधन को चलाना और यह लगभग सही साबित होता हुआ दिख रहा है।

राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि दूसरी तरफ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(राजग) में कहीं कोई असमंजस नहीं है। बिहार के मुख्यमंत्री एवं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक बड़ी जीत के लिए राजग की कोशिशें लगातार जारी हैं। इस बार के विधानसभा चुनाव में राजग की ऐसी जीत मिलेगी जो अब तक की सबसे बड़ी जीत होगी । यह जीत वर्ष 2010 और 2019 से भी बड़ी होगी।

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