नीतीश की खैर नहीं, मोदी से बैर नहीं

नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू की अगुवाई में विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे चुनाव के बाद उनके सभी विधायक बीजेपी को मजबूत करेंगे

Update: 2020-10-06 14:00 GMT

पटना। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के नेता चिराग पासवान ने ऐलान किया है कि वह बिहार के सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू की अगुवाई में विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे। चुनाव के बाद उनके सभी विधायक बीजेपी को मजबूत करेंगे।

एलजेपी की अहम बैठक के बाद कहा गया कि पार्टी बिहार में भी केंद्र की तरह बीजेपी की ही अगुवाई में सरकार चाहती है। ये वो बात है जिसका बीजेपी का एक धड़ा काफी दिन से मांग कर रहा था कि बिहार में एनडीए का नेता नीतीश कुमार को नहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को माना जाए और विधानसभा चुनाव में उन्हीं को चेहरा बनाया जाए। लेकिन खुद गृहमंत्री अमित शाह साफ कर चुके हैं कि बिहार में एनडीए का चेहरा नीतीश कुमार ही हैं।

बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी बीजेपी की महत्वाकांक्षाओं को बखूबी समझते हैं। इसलिए एनडीए के अंदर बीजेपी और एलजेपी की जुगलबंदी की काट और दलित वोटरों को लुभाने के लिए जीतन राम मांझी को अपने साथ ले आए हैं।

इधर बीजेपी ने भी दांव फेंका और चिराग पासवान को आगे कर दिया। अब तय माना जा रहा है कि एलजेपी बिहार चुनाव में जेडीयू के खिलाफ अपने प्रत्याशी उतारेगी। जेडीयू अभी तक एनडीए के अंदर बड़े भाई की भूमिका निभा रही है। लेकिन इस बार उसे आधी सीटों पर समझौता करना पड़ा है। अब अगर एलजेपी जेडीयू के खिलाफ सभी सीटों पर चुनाव लड़ती है और वह नीतीश की पार्टी का नुकसान कर देती है तो एनडीए में जेडीयू की हालत कमजोर हो जाएगी। ऐसी स्थिति में बिहार एनडीए में बीजेपी को मनोवैज्ञानिक बढ़त मिल सकती है और यह उसके बिहार में अपनी अगुवाई में सरकार बनाने का ख्वाब को और मजबूत करेगी।

गौरतलब है कि बिहार चुनाव तीन चरणों में आयोजित किया जाएगा। जिसमें पहले चरण के लिए मतदान 28 अक्टूबर, दूसरे चरण के लिए मतदान 3 नवंबर और तीसरे चरण के लिए मतदान 7 नवंबर को होगा। नतीजों का ऐलान 10 नवंबर को होगा।

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