सपा नेताओं ने छोड़ी पार्टी - BJP से गौरव का टिकट के संकेत
समाजवादी पार्टी के युवा नेता शलभ गुप्ता के नेतृत्व में कई दर्जन लोगों का समाजवादी पार्टी से इस्तीफा देना इशारा कर रहा है
मुजफ्फरनगर। समाजवादी पार्टी के युवा नेता शलभ गुप्ता के नेतृत्व में कई दर्जन लोगों का समाजवादी पार्टी से इस्तीफा देना इशारा कर रहा है कि भारतीय जनता पार्टी का टिकट गौरव स्वरूप की पत्नी को ही मिलेगा। हालांकि शलभ गुप्ता का कहना है कि उनकी और उनकी टीम की समाजवादी पार्टी में अनदेखी हो रही थी। मैंने तब भी समाजवादी पार्टी की लाल टोपी अपने सर पर रखी हुई थी जब मुजफ्फरनगर दंगों के बाद हिंदू समुदाय में समाजवादी पार्टी के नेताओं को आपत्तिजनक शब्दों से नवाजा जाता था।
गौरतलब है कि मुजफ्फरनगर नगर पालिका परिषद अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी के कई नेता लाइन में है। इनमें से पूर्व मंत्री चितरंजन स्वरूप के बेटे गौरव स्वरूप की पत्नी के टिकट की प्रबल संभावना चल रही है। यह संभावना उस समय और बल पकड़ गई जब पूर्व मंत्री स्वर्गीय चितरंजन स्वरूप की फैमिली से जुड़े समाजवादी पार्टी के नेता शलभ गुप्ता और उनकी टीम के कई दर्जन लोगों ने समाजवादी पार्टी का दामन छोड़ दिया।
राजनीतिक हलकों में अंदाजा लगाया जा रहा है कि क्योंकि समाजवादी पार्टी के नेता शलभ गुप्ता पूर्व मंत्री स्वर्गीय चितरंजन स्वरूप से जुड़े हुए थे तथा उसके बाद भी उनके परिवार से उनका संबंध लगातार बना रहा। शलभ गुप्ता और उनकी टीम दिवंगत चितरंजन स्वरूप के देहांत के बाद पूरी तरह से गौरव स्वरूप के साथ रही, बाद में जब गौरव स्वरूप ने सपा छोड़कर भाजपा का दामन छोड़ा तो शलभ गुप्ता ने पार्टी छोड़ने के बजाय सपा का झंडा ही थामा रहा हालांकि शलभ गुप्ता ने समाजवादी पार्टी में अपनी एक राजनीतिक पहचान बना ली थी लेकिन अब उनका अचानक से इस्तीफा देना यह साबित कर रहा है कि गौरव स्वरूप को भाजपा से टिकट मिलना लगभग पक्का हो गया है, नहीं तो शलभ गुप्ता और उनकी टीम समाजवादी पार्टी के लिए अच्छा काम कर रही थी।
इन सबके बीच जब शलभ गुप्ता एडवोकेट से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उनकी और उनकी टीम की समाजवादी पार्टी में अनदेखी हो रही थी। मैंने तब भी समाजवादी पार्टी की लाल टोपी अपने सर पर रखी हुई थी जब मुजफ्फरनगर दंगों के बाद हिंदू समुदाय में समाजवादी पार्टी के नेताओं को आपत्तिजनक शब्दों से नवाजा जाता था। उन्होंने कहा कि मैंने 2007 में समाजवादी पार्टी ज्वाइन की थी। पार्टी के लिए लगातार काम किया लेकिन जब से उन्होंने नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद के लिए आवेदन किया था तब से समाजवादी पार्टी उनकी अनदेखी कर रही थी। उन्होंने खोजी न्यूज से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने समाजवादी पार्टी छोड़ी है, उसका बहुत दुख है । मैने समाजवादी पार्टी के लिए तन मन से काम किया है। शलभ गुप्ता का कहना है कि अभी हाल ही में जिला और शहर की कार्यकारिणी में फेरबदल किया गया है। इसमें भी मेरी अनदेखी की गई है, अब साथियों सहित समाजवादी पार्टी का छोड़ने का फैसला लिया है, आगे की रणनीति साथियों के साथ बैठकर तय की जाएगी।