राकेश टिकैत-आंदोलन में शामिल 'राष्ट्र-विरोधी तत्व' को सलाखों के पीछे डाले

कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का आज 17वां दिन है। सरकार के लड़ने का ऐलान कर चुके किसान पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।

Update: 2020-12-12 07:03 GMT

नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का आज 17वां दिन है। सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई लड़ने का ऐलान कर चुके किसान पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों ने अपने आंदोलन को और तेज करने का निर्णय लिया है। इसके बाद पंजाब-हरियाणा समेत कई जगहों पर किसानों द्वारा टोल फ्री कराए जाने के बाद अलग-अलग राज्यों से किसानों के जत्थे दिल्ली की ओर कूच करने लगे हैं। करनाल में किसानों ने शुक्रवार देर रात से ही बस्तारा टोल प्लाजा को बंद कर दिया है। वहीं, किसानों के प्रदर्शन के मद्देनजर दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश के सभी हाइवे और टोल प्लाजा पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

किसानों ने ऐलान किया था कि पूरे देश में रोज प्रदर्शन होगा। पंजाब, हरियाणा, यूपी, राजस्थान और मध्य प्रदेश में 14 तारीख को धरने दिए जाएंगे, जो धरने में शामिल नहीं होगा वो दिल्ली को कूच करेगा। 12 तारीख को जयपुर-दिल्ली हाईवे रोका जाएगा और 12 तारीख को एक दिन के लिए पूरे देश के टोल प्लाजा फ्री कर दिए जाएंगे।


गुरुग्राम: खेड़की दौला टोल पर स्थिति फिलहाल सामान्य है। किसानों ने 11 बजे टोल पर प्रदर्शन कर टोल फ्री करने की चेतावनी दी थी, हालांकि दिल्ली जयपुर एक्सप्रेस-वे स्थित खेड़की दौला टोल प्लाजा पर स्थिति अभी तक सामान्य है। बिना रोक-टोक वाहनों की आवाजाही जारी है। शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए टोल पर भारी पुलिस बल भी तैनात है।  

दिल्ली: भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत से आज जब यह पूछा गया कि क्या 'राष्ट्र-विरोधी तत्व' आंदोलन में शामिल हो गए हैं? तो उन्होंने कहा कि अगर किसी प्रतिबंधित संगठन के लोग हमारे बीच घूम रहे हैं, तो उन्हें सलाखों के पीछे डाल दें। पुलिस और खुफिया एजेंसियों को उन्हें पकड़ना चाहिए। हमें ऐसा कोई व्यक्ति यहां नहीं मिला, अगर हम ऐसा कोई मिला तो हम उन्हें वापस भेज देंगे। 

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