मुकदमों से बेहाल पूर्व मंत्री का परिवार - MLA ने लगायी न्याय की गुहार

उम्रकैद की सजा काट रहे पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के परिवार पर मुकदमों को बौछार से परिवार ने न्याय की गुहार लगायी है

Update: 2022-04-02 03:40 GMT

अमेठी। गैंगरेप मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही है। लगातार मुकदमों को बौछार से परेशान गायत्री के परिवार ने न्याय की गुहार लगायी है। इस सिलसिले में पूर्व मंत्री की पत्नी और अमेठी की विधायक शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक से मिलने पहुंची।


गायत्री की बहू शिल्पा को सपा ने विधान परिषद सदस्य का प्रत्याशी बनाया है। शिल्पा के पति, देवर वा अन्य लोगो पर अभी तक कई मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं जिसको लेकर आज गायत्री प्रजापति की पत्नी व अमेठी विधायक महाराजी अपनी पुत्री अंकिता के साथ एसपी अमेठी से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है।

महाराजी प्रजापति ने कहा " एक विधायक होने के बाद भी सुनवाई नहीं हो रही है। मैं स्वयं चलकर आई कि कुछ बात सुनी जाएगी लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है। हमारे बच्चो पर फर्जी मुकदमे पर मुकदमा किया जा रहा है।"

महाराजी की पुत्री अंकिता ने कहा " पिछले चार दिनो में हमारे भाई और भाभी शिल्पा प्रजापति पर तीन-तीन, चार-चार मुकदमे किये जा रहे हैं। पहला मुकदमा मेरे भाई अनिल प्रजापति किया गया ताकि वह प्रचार न कर पाए। जबकि यह फर्जी मुकदमें हैं। हमारे पास पुख्ता प्रमाण है कि अनिल हमारे साथ थे। दूसरा मुकदमा 307 का हमारे दूसरे भाई के ऊपर कर दिया गया वह भी फर्जी है उसके भी प्रमाण हमारे पास है। कल हमारी भाभी शिल्पा प्रजापति जो एमएलसी प्रत्याशी हैं और मेरा छोटा भाई अनुराग प्रजापति उस पर भी एफआईआर कर दिया गया है। उसी सब के सम्बन्ध में हम आए हैं कि इस तरह से थोड़ी न होता है कि पूरे परिवार पर आप एफआईआर कर दें। अब सिर्फ मैं ही बची हूं मुझे लगता हैं कि एक-दो दिन में मेरे ऊपर भी फर्जी एफआईआर हो जाएगी। एफआईआर पर एफआईआर किया जा रहा है तो हम आए हैं अप्लिकेशन देने की यह गलत हो रहा हैं। जो लोग दोषी हैं उनके ऊपर जांच बैठनी चाहिए।


गौरीगंज विधायक राकेश प्रताप सिंह ने कहा कि सपा के सदस्य विधान परिषद सुलतानपुर-अमेठी प्रत्याशी के परिवार के खिलाफ लगातार पुलिस द्वारा शासन के दबाव में उत्पीडऩ किया जा रहा है। मुकदमे लिखे जा रहे हैं ।उसी सम्बन्ध में आज हम लोग पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देने आए थे लेकिन पुलिस अधीक्षक बोर्ड परीक्षा में सेन्टर चेक करने गये हैं तो हमने अपर पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन दिया हैं। ज्ञापन को अगर गंभीरता से नही लिया जाता है और फर्जी मुकदमे लिखे जाने बंद नही किये जाते हैं तो जो लोकतंत्र की व्यवस्थाएं हैं उस लोकतंत्र की व्यवस्था के तहत रोड पर उतर आंदोलन किया जाएगा।

गौरतलब है कि सबसे पहले शिल्पा के पति अनिल प्रजापति पर अमेठी के जगदीशपुर थाने में 22 मार्च को केस दर्ज हुआ जिसमे प्रधानों और क्षेत्र पंचायत सदस्यों को पैसा देकर वोट देने की आडियो उनके समर्थकों द्वारा वायरल हुई थी। उसी दिन शाम को मुसाफिरखाना कोतवाली में केस दर्ज किया गया।जिसमे अनिल प्रजापति के ऊपर मारपीट वा पैसा देने की बात सामने आई थी। इसके बाद 28 मार्च को गायत्री प्रजापति के भतीजे अरुण प्रजापति पर जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज हुआ। ठीक एक दिन बाद 29 मार्च को सुल्तानपुर के कोतवाली देहात में शिल्पा प्रजापति उनके देवर व अन्य पर केस दर्ज किया गया। जिसको लेकर आज अपना पक्ष और साक्ष्य लेकर गायत्री का परिवार अमेठी के अधिकारियों की चौखट पर पहुंचा था।

वार्ता

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