यूपी में अब मीडिया को बनाया जा रहा शिकार, राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति दयनीयः मायावती

मायावती ने बलिया में हुई पत्रकार की हत्या पर सवाल उठाते हुए योगी सरकार को कठघरे में खड़ा किया है।

Update: 2020-08-25 12:57 GMT

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती सोशल मीडिया पर खासा सक्रिय रहती हैं और वह यहीं से अक्सर उत्तर प्रदेश सरकार पर हमला बोलती देखी गई हैं। इस बार फिर उन्होंने बलिया में हुई पत्रकार की हत्या पर सवाल उठाते हुए योगी सरकार को कठघरे में खड़ा किया है।

मायावती ने पत्रकार की हत्या पर शोक और नाराजगी जताते हुए कहा, उत्तर प्रदेश राज्य में हर दिन अपराध दर बढ़ रहा है। अब, स्थिति आ गई है जब लोकतंत्र के चैथे स्तंभ, हमारे मीडियाकर्मियों को लक्ष्य बनाया जा रहा है। यह दर्शाता है कि राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति दयनीय है।

यही नहीं एक दिन पहले भी मायावती ने ट्वीट कर योगी सरकार पर सवाल उठाए थे और लिखा था कि, ''यूपी के सीतापुर में नाबालिग दलित के साथ गैंगरेप, चित्रकूट में बंधुआ मजदूरी न करने पर युवक की हत्या व उसके बेटे का हाथ तोड़ना व गोरखपुर में डबल मर्डर आदि जघन्य घटनाओं की बाढ़ आई हुई है। क्या यही है सरकार का रामराज्य? दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, बीएसपी की यह मांग है।''

उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में एक समाचार चैनल के पत्रकार रतन सिंह (42) की सोमवार रात पौने नौ बजे गोली मार कर हत्या कर दी गई। घटना के पीछे पट्टीदारी का विवाद बताया जा रहा है। दो साल पहले इनके भाई की भी हत्या हो चुकी है। इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। फेफना थानाध्यक्ष शशिमौलि पांडेय को निलंबित कर दिया गया है।

फेफना थाना क्षेत्र के फेफना निवासी पत्रकार रतन सिंह का गांव में पुराना मकान है, जहां पट्टीदारों से विवाद है। रतन सिंह का नया मकान रसड़ा-फेफना मार्ग पर बना हुआ है। बताया जा रहा है कि सोमवार की शाम रतन सिंह अपने पुराने मकान पर गए थे, जहां बदमाशों ने दौड़ा लिया।

वहां से वह भागते-भागते फेफना के प्रधान सीमा सिंह के घर में घुसे, लेकिन बदमाशों ने घर में घुसकर उनके सिर में गोली मार दी। उनकी मौके पर ही मौत हो गई। रतन सिंह के दो पुत्र हैं। देर रात पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है जिनसे पूछताछ की जा रही है।

सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ, अपर पुलिस अधीक्षक संजय कुमार, सीओ सदर चंद्रकेश सिंह, फेफना थानाध्यक्ष शशिमौली पांडेय मौके पर पहुंच गए। उधर, अपर पुलिस महानिदेशक बृज भूषण ने बताया कि रतन सिंह की पट्टीदारी के विवाद में हत्या हुई है। आठ माह से विवाद चल रहा था। इस हत्या का पत्रकारिता से कोई संबंध नहीं है। मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। 

 (हिफी न्यूज)

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