एसपी अजय कुमार ने किया खुलासा, दो लाख की रंगदारी मांगने का मामला निकला कोरा झूठ

पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने दो लाख की रंगदारी मांगने के प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए मामले का खुलासा कर दिया है। प्रकरण कांधला थाने का है। इस मामले में पुलिस की निष्पक्ष कार्यवाही के चलते निर्दोष व्यक्ति कानून की चक्की में पिसने से बच गया

Update: 2019-09-11 11:46 GMT

शामली। पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने दो लाख की रंगदारी मांगने के प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए मामले का खुलासा कर दिया है। प्रकरण कांधला थाने का है। इस मामले में पुलिस की निष्पक्ष कार्यवाही के चलते निर्दोष व्यक्ति कानून की चक्की में पिसने से बच गया। कथित रूप से आरोपी बनाये गये पीड़ित ने मुक्त कंठ से एसपी अजय कुमार की निष्पक्षता व कार्यकुशलता की प्रशंसा की है।

पुलिस सूत्रों की मानें तो बीते दिवस 10 सितम्बर को कांधला थाना क्षेत्र में यूपी 100 के माध्यम से कथित रूप से भृगुवंशी आशुतोष पाण्डेय ने सूचना दी थी कि एक बदमाश दो लाख रूपए की रंगदारी माँगने उसके घर आ रहा है। यूपी 100 से सहायता करने की गुहार भी लगायी गयी थी। सूचना को गम्भीरता से लेते हुए एसपी अजय कुमार के निर्देश पर यूपी 100 सेवा मौके पर पहुँची और वहाँ से बीस वर्षीय राजन जावला नाम के एक निहत्थे युवक को पकड़कर थाना काँधला ले आई और उसके खिलाफ रंगदारी मांगने का मामला भी दर्ज कर लिया, परन्तु पूछताछ के दौरान पूरा मामला संदिग्ध प्रतीत हुआ। जब मामले की गहनता से पड़ताल की गयी तो पाया गया कि किसी साजिश के तहत इस युवक को फँसाया जा रहा है।

पुलिस अधीक्षक अजय कुमार के निर्देश पर जब थाने के अभिलेखों को खंगाला गया तो पता चला कि यूपी 100 पर फोन करने वाला व्यक्ति काँधला थाने का हिस्ट्रीशीटर आशुतोष उर्फ अश्विनी पुत्र राजेन्द्र था, जिसके खिलाफ विभिन्न जिलों व प्रदेशों में 18 से भी अधिक मुकदमें दर्ज हो चुके हैं। इसके साथ ही पुलिस को यह भी पता चला कि आशुतोष उर्फ अश्विनी नाम का यह हिस्ट्रीशीटर फर्जी मुकदमें दर्ज कराकर निर्दोष लोगों को फंसाने व उन्हें परेशान करने सहित अनर्गल बयानबाजी करके माहौल खराब करने का भी आदी है। दूसरी ओर जब कथित आरोपी युवक राजन जावला का रिकार्ड खंगाला गया तो उसके खिलाफ कोई भी आपराधिक मामला संज्ञान में नहीं आया।

जांच पड़ताल में यह भी पता चला है कि हिस्ट्रीशीटर आशुतोष उर्फ अश्विनी की इस युवक राजन जावला से पहले से ही जान पहचान थी और मोबाइल पर अक्सर दोनों की बातें भी होती रहती थी। ताजा मामले में आशुतोष उर्फ अश्विनी ने युवक राजन जावला को पहले मिस्ड कॉल की थी और जब राजन जावला ने कॉल बैक की तो इसने किसी बड़े नेता से मिलवाने का झाँसा देकर राजन जावला को अपने घर पर बुलाया था। इसके साथ ही शातिर आशुतोष उर्फ अश्विनी ने यूपी 100 पर भी कॉल कर दिया था। सूचना के अनुसार यूपी 100 जब मौके पर पहुँची तो उसने राजन जावला को पुलिस के हवाले कर दिया। इस प्रकरण में राजन जावला के परिजन पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जाँच कराने की माँग को लेकर हुए एसपी अजय कुमार से भी मिले थे।

एसपी अजय कुमार के निर्देश पर हिस्ट्रीशीटर आशुतोष उर्फ अश्विनी के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकद्मा दर्ज करके विवेचना प्रारम्भ कर दी गई है। एसपी अजय कुमार की निष्पक्षता और कार्यकुशल के कायल कथित रूप से आरोपी पीड़ित राजन जावला के परिजनों ने कहा कि अगर पुलिस ने उनकी बात को अनसुना करके बिना गहन जांच-पड़ताल के कार्यवाही कर दी होती तो एक बेगुनाह कानून की चक्की में पिस जाता। इसके लिए उन्होंने एसपी अजय कुमार की मुक्त कंठ से प्रशंसा भी की।

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