बोले शरणार्थी धर्म बदलने का रहता था दबाव-भारत के फैसले से गदगद

शरणार्थियों का कहना है कि भारत सरकार हमसे नागरिकता के लिए जो आवेदन मांगे गए हैं। उससे वह बेहद खुश हैं।

Update: 2021-05-30 07:04 GMT

नई दिल्ली। गृह मंत्रालय की ओर से अधिसूचना जारी होने के बाद भारत में रह रहे शरणार्थियों अपनी खुशी व्यक्त की है। शरणार्थियों का कहना है कि भारत सरकार हमसे नागरिकता के लिए जो आवेदन मांगे गए हैं। उससे वह बेहद खुश हैं। आपको बता दें 2 दिन पहले ही गृह मंत्रालय ने पुराने कानून के मुताबिक ही पाकिस्तान,बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आई गैर मुस्लिम शरणार्थियों से भारत की नागरिकता के लिए आवेदन मांगे थे। सरकार के फैसले के बाद सिख समुदाय ने सरकार के इस फैसले को बेहद लाभदायक और खुशी जाहिर करने वाला बताया है। समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक पंजाब के लुधियाना में रह रहे सिख शरणार्थियों ने भारत की नागरिकता के लिए आवेदन मांगने के निर्णय का स्वागत किया है। लुधियाने में रह रहे सिख शरणार्थी अमरीक सिंह ने बातचीत में बताया कि वह काबुल से आए हैं। उन्होंने कहा कि साल 2013 में भारत आए थे। इस्लाम कबूल करने के लिए जबरदस्ती की जाती थी।

आवेदन मंगाए जाने की अधिसूचना जारी करने के बाद सिखों मन बेहद प्रसन्न है। जिसके लिए सरकार का धन्यवाद करते है। नई अधिसूचना के मुताबिक पाकिस्तान,बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए अल्पसंख्यक हिंदू,सिख,बौद्ध, जैन, फ़ारसी और इसाई समुदाय के शरणार्थी भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन कर सकते हैं। यह शरणार्थी गुजरात,छत्तीसगढ़, पंजाब,हरियाणा और राजस्थान के 13 जिलों में रह रहे हैं।

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