शहर के सितारों ने की पैगामे ए इंसानियत के ईद मिलन समारोह में शिरकत

आसिफ राही ने दोनों समुदायों के बीच आयी गहरी खाई को पाटने की 2014 में पहल की और अक्टूबर 2014 में आसिफ राही ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया था, जिसका विषय था सांप्रदायिक सद्भाव कैसे कायम रहे। आसिफ राही और उनकी टीम ने दोनों समुदाय के बीच खाई पाटने के लिए ऐसे लोगों को चिन्हित किया, जिन्होंने दंगों के दौरान दूसरे समुदाय के लोगों की जान बचाने के साथ-साथ उनको अपनी जिम्मेदारी पर सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया था। अपने पहले ही कार्यक्रम में तत्कालीन सूचना आयुक्त हाफिज उस्मान, तत्कालीन कमिश्नर तनवीर जफर अली तत्कालीन कलेक्टर कौशल राज शर्मा, एसएसपी हरिनारायण सिंह सहित जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों एवं जिले के जिम्मेदार लोगों को कार्यक्रम में आमंत्रित किया था।

Update: 2019-06-11 08:11 GMT

हवलेश पटेल मुजफ्फरनगर। बात उस वक्त की है जब वर्ष 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों ने शहर की आबोहवा में फिरकापरस्ती का जहर घोल दिया था जिस कारण दो संप्रदायों के बीच एक बड़ी लकीर खिंच गई थी। इसी दौरान क्षेत्र में भाईचारा कायम करने के लिए नगर के एक नौजवान व्यवसायी आसिफ राही ने सकारात्मक पहल करते हुए अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर सदभाव की एक मुहिम शुरू की ओर इसी कडी में उन्होंने एक कदम और बढ़ाते हुए सामाजिक संस्था का गठन किया, जिसको नाम दिया गया पैगाम ए इंसानियत। आसिफ राही ने दोनों समुदायों के बीच आयी गहरी खाई को पाटने की 2014 में पहल की और अक्टूबर 2014 में ही उनकी संस्था ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया  जिसका विषय था सांप्रदायिक सद्भाव कैसे कायम रहे रखा गया । इस कार्यक्रम में आसिफ राही और उनकी टीम ने दोनों समुदाय के बीच खाई पाटने के लिए दंगा ग्रस्त इलाको से  ऐसे लोगों को चिन्हित कर अपने मंच से सम्मानित किया जिन्होंने दंगों के दौरान दूसरे समुदाय के लोगों की जान बचाने के साथ-साथ उनको अपनी जिम्मेदारी पर सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया भी था। अपने पहले ही कार्यक्रम में तत्कालीन सूचना आयुक्त हाफिज उस्मान, तत्कालीन कमिश्नर तनवीर जफर अली तत्कालीन कलेक्टर कौशल राज शर्मा, एसएसपी हरिनारायण सिंह सहित जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों एवं जिले के जिम्मेदार लोगों ने प्रोग्राम में शिरकत की और कार्यक्रम की बहुत प्रशंसा की। पैगाम ए इंसानियत इस कार्यक्रम में जब मंच पर शांति दूतों को सम्मानित किया जा रहा था,  तो तालियों की गड़गड़ाहट बता रही थी कि आसिफ राही और पैगाम-ए इंसानियत की टीम ने दो संप्रदायों के बीच की दूरी को कम करने की शुरुआत कर दी है। इसके बाद पैगाम ए इंसानियत की टीम लगातार ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करती रही, जिसमें दोनों समुदाय के लोग जुड़ते गये और पैगाम ए इंसानियत की टीम ने बीते 5 सालों में चाहे कावड यात्रा में कावड़ियों के लिए मीनाक्षी चौक पर कैंप लगाकर सेवाभाव से उनकी खिदमत हो।या फिर नेपाल भूकम्प पीड़ितों ओर कश्मीर बाढ़ पीडितो की सहायता या फिर गरीबो को हर साल कंबल वितरण हो इस का ऐसा असर पड़ा कि लोगों की समझ मे आने लगा कि पैगाम ए इंसानियत सचमुच आपसी सदभाव का संदेश लेकर मैदान में डटी हुई है। इसी पैगाम ए इंसानियत के तत्वाधान में ईद के त्योहार पर ईद मिलन समारोह का आयोजन किया गया और उसमें शहर के उन लोगों को आमंत्रित किया गया, जो किसी ना किसी मंच से सांप्रदायिक सद्भाव को कायम करने के लिए चिंतनशील हैं।

9 जून को पैगाम ए इंसानियत के कैंप कार्यालय पर आयोजित ईद मिलन समारोह में जिस तरह से शहर के सितारे इकट्ठे होकर एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद दे रहे थे, उससे स्पष्ट संदेश गया कि पैगाम ए इंसानियत अपने काम को नाम के मुताबिक अंजाम दे रही है। पैगाम ए इंसानियत के अध्यक्ष आसिफ राही द्वारा आयोजित ईद मिलन समारोह में शहर के गणमान्य हस्तियों समेत सामाजिक व राजनीतिक दलों के लोग मुख्य रूप से शामिल हुए।




 बता दें कि पैगाम ए इंसानियत संस्था समय-समय पर शहर में सद्भाव वह भाईचारे के उद्देश्य से कार्यक्रम आयोजित करती रहती है। इसी क्रम मे रविवार को संस्था के अध्यक्ष आसिफ राही द्वारा ईद के मौके पर संस्था के कैम्प कार्यालय रहमानिया कालौनी पर आयोजित ईद मिलन समारोह की विशेषता ये रही कि इस ईद मिलन समारोह मे सभी पार्टी के लोगो की मौजूदगी के साथ साथ शहर के सामाजिक व प्रबुद्ध नागरिको के अलावा अधिकारी भी मौजूद रहे। इस मौके पर आसिफ राही ने कहा कि इंसान का सबसे पहला कर्तव्य आपसी भाईचारा और प्रेम है। इस तरह के आयोजन लोगो को एक-दूसरे के करीब आने का मौका उपलब्ध कराते है और संवाद के जरिये आपसी भाईचारा मजबूत होता है।



आसिफ राही ने कहा कि आज के दिन मेरा सबको यही पैगाम है कि- प्यार का सबको सबक सिखाये     आओ मिलकर ईद मनाये

ईद मिलन समारोह में प्रयत्न संस्था के अध्यक्ष समर्थ प्रकाश ने आसिफ राही को सांप्रदायिक सद्भाव की दिशा मे निरंतर किये गये प्रयास के लिये शाॅल व मोमेंटो देकर सम्मानित भी किया।

पैगाम-ए-इंसानियत के सभी पदाधिकारियों ने आने वाले अतिथियों का आभार वयक्त किया। कार्यक्रम मे मुख्य रूप से पूर्व राज्यसभा सांसद व वरिष्ठ पत्रकार शाहिद सिद्दीकी, राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य सरदार सुखदर्शन सिंह बेदी, भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी  राकेश टिकैत, विधान परिषद् सदस्य महमूद अली, नगर पालिका की चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) अमित सिंह, अशोक अग्रवाल, कुशपुरी, उद्योगपति सतीश गोयल, पूर्व बार संघ अध्यक्ष प्रमोद त्यागी, व्यापारी नेता रेवती नंदन सिंघल, अपना दल के जिलाध्यक्ष विनय मित्तल , महामंत्री संजय गुप्ता , व्यापारी नेता कृष्ण गोपाल मित्तल, पूर्व नगर पालिका चेयरमैन पंकज अग्रवाल, उद्योगपति अमित गर्ग, महेश बंसल, ज्ञानी गुरबचन सिंह, पूर्व विधायक अनिल कुमार, राकेश शर्मा, रिषी सैनी, बाबी त्यागी, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रमा नागर, जयवीर सिंह, शाहपुर चेयरमैन प्रमेश सैनी, जलालाबाद चेयरमैन पप्पू भाई, श्री मोहन तायल, भीम बालियान, लियाकत कुरैशी, अंसार आढती, योगेन्द्र मोहन तायल, संजीव कुमार, विकास स्वरूप (बब्बल) अजय स्वरूप, डा.रजा फारूकी, डा.हाफिज नूर अली, डा हारून रशीद, गौहर सिद्दीकी, असद फारूकी, बार संघ के अध्यक्ष नसीर हैदर काजमी, महासचिव प्रवीण मलिक, डा नजमुल हसन जैदी, भाकियू नगर अध्यक्ष शाहिद आलम, शादाब खान, बिलकीस चौधरी , खुशी कुरैशी, तहसीन अली, कलीम त्यागी, जीशान सुल्तान, इकराम कस्सार, शाहिद त्यागी, मो कासिम, बदर खान, खुर्शीद हैदर, डा पुरषोत्तम गौतम, महबूब आलम एडवोकेट, मा.नजर खान, पवन राठी, इकराम कस्सार, गौरव जैन, ओएसडी कृष्णपाल, सुभाष राठी, डा शोकी, सलीम मलिक, डा.इरशाद अली सम्राट, आलमगीर, यासीन लाईन, अन्नू मेम्बर, अहमद अली मेम्बर, शमीम कस्सार, हनी सेखों, आजम शमसी एडवोकेट, दिलशाद पहलवान , फैज़ान अंसारी ,फरहान खान मोहम्मद नईम कस्सार , आज़म खान , शाहजेब खान, अमीर आज़म कल्लू , दिलशाद अंसारी , शहजाद कुरैशी , ज़ीशान सुलतान ,शुजाउर्रहमान , ज़िआउर्रहमान राही  सुल्तान मुशीर एडवोकेट, गय्यूर सभासद, पवन वर्मा एड, हाजी नफासत खान, डॉ जुनैद, डॉ अब्बास , मंशाद कुरैशी, वसीम कुरैशी आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे








 


 


 


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