वर्ल्ड वेटलैंड डे पर सचिव व कमिश्नर ने दीप प्रज्ज्वलित कर की कार्यक्रम की शुरुआत
रामराज के गंगा बैराज पर स्थित हैदरपुर झील के निकट स्थित सिचाई विभाग के गेस्ट हाउस पर आयोजित वर्ल्ड वेटलैंड डे कार्यक्रम में पहुचे
रामराज/नईम चौधरी । वर्ल्ड वेटलैंड डे पर जल शक्ति मंत्रालय के सचिव व सहारनपुर आयुक्त ने वन-विभाग व डब्लूडब्लूएफ के अधिकारियों के साथ गंगा बैराज पर आयोजित कार्यक्रम में दीप प्रज्जवलित कर दो दिवसीय हैदरपुर वेटलैंड डे की शुरुआत की।
रामराज के गंगा बैराज पर स्थित हैदरपुर झील के निकट स्थित सिचाई विभाग के गेस्ट हाउस पर आयोजित वर्ल्ड वेटलैंड डे कार्यक्रम में पहुचे जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार के सचिव यूपी सिंह व उनकी पत्नि अर्चना सिंह तथा सहारनपुर मण्डलायुक्त संजय कुमार, डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के सीईओ रवि सिंह, जिलाधिकारी बिजनोर रमाकांत पाण्डेय व वन विभाग ऑब्जर्वर वी के जैन ने सयुक्त रूप से माँ सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर 2 से 3 फरवरी तक वेटलैंड दिवस के अंतर्गत हैदरपुर वेटलैंड डे कार्यक्रम की शुरुआत की तथा कार्यक्रम में आये स्कूलों के छात्र-छात्राओं के साथ-साथ नागरिको व पक्षी विशेषज्ञों को विश्व वेटलैंड दिवस के अवसर पर पर प्राकृतिक पर्यावरण जिसके अंतर्गत वन, झील, नदिया एवं वन्य जीव है, की रक्षा करने व उनके संवर्धन करने व हैदरपुर वेटलैंड में निवास करने वाले वन्य-जीव व पक्षियों की रक्षा करने के उद्देश्य से शपथ दिलाई ।
बता दे कि हैदरपुर वेटलैंड 3000 एकड़ के क्षेत्रफल में करीब 15 किलोमीटर के दायरे में गंगा किनारे फैला हुआ है। इसमें पक्षियों को देखने के बारह वॉच हट व एक वॉच टावर बनाये गए है। तथा अब तक यहा 235 से अधिक प्रजाति के पक्षियों की जिसमे 96 प्रवासी पक्षी व 139 अप्रवासी पक्षी है कि पहचान की गई है।
हैदरपुर वेटलैंड के लोगो व पोस्टर व पुस्तक का विमोचन भी किया गया
सभी अधिकारियों ने मण्डलायुक्त व सचिव के साथ वन विभाग व डब्लूडब्लू एफ के द्वारा बनाये गए पोस्टर, बुक व हैदरपुर के लोगो का विमोचन किया।उत्तर प्रदेश में ऐसे 6 वेटलैंड है इसमे हैदरपुर वेटलैंड जैसा हैदरपुर वेटलैंड गंगा किनारे है ऐसा वेटलैंड भारत मे कही नही है। यहा भारत मे पक्षी विशेषज्ञ व पक्षी प्रेमी एकत्र हुए है।
यहाँ हैदरपुर में पक्षियों की 250 से अधिक प्रजाति व लेपर्ड, बारहसिंघा, चीतल, मगरमच्छ, कछुए आदि निवास करते है तथा प्रति वर्ष हजारों प्रवासी पक्षी हिमालय की चोटी छूते हुए हैदरपुर वेटलैंड पहुचकर मेहमाननवाजी का आनन्द लेते है। इस दौरान सहारनपुर कमिश्नर के साथ-साथ सभी अधिकारियों व पक्षी विशेषज्ञों ने वातावरण को शुद्ध बनाने के उद्देश्य से हैदरपुर झील में भारी मात्रा में कछुए छोड़े।