गाजीपुर। अदम्य साहस का परिचय देते हुए दुश्मन के टैंकों को नेस्तनाबूत करने वाले परमवीर चक्र विजेता शहीद वीर अब्दुल हमीद की पत्नी रसूलन बीबी का आज 95 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह लंबे वक्त से बीमार चल रही थीं। उन्होंने दुल्लहपुर स्थित आवास पर आज आखिरी सांस ली। उनके निधन पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी गहरा शोक प्रकट किया है।
ज्ञात हो कि पाकिस्तान के खिलाफ वर्ष 1965 की जंग में पाकिस्तान के पैटन टैंकों से लोहा लेने वाले अदम्य साहसी अब्दुल हमीद को मरणोपरांत परमवीर चक्र प्रदान किया गया था। उनकी पत्नी रसूलन बीबी परिवार के साथ गाजीपुर में ही रह रही थीं।
जानकारों की मानें तो गाजीपुर में वीर अब्दुल हमीद की स्मृतियों को सहेजने के लिए रसूलन बीबी के प्रयासों की लोग प्रशंसा करते हैं। वीर अब्दुल हमीद की ही प्रेरणा से आज पूर्वांचल में गाजीपुर जिले से बड़ी संख्या में युवोना में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
रसूलन बीबी के निधन की खबर मिलने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने गहरा दुख व्यक्त हुए कहा कि रसूलन बीबी का जीवन प्रेरणादायी है। देश की गंगा-जमुनी तहजीब को जीवित रखते हुए वीर अब्घ्दुल हमीद की स्मृतियों को सहेजने में उनका विशेष योगदान है।
बता दें कि जनवरी 2017 में नए आर्मी चीफ बनने के बाद शहीद की धर्मपत्नी रसूलन बीबी आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत से मिली थीं और ये आग्रह किया था कि उनके जीते जी वो एक बार शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके मेमोरियल जरूर आएं। शहीद परमवीर चक्र अब्दुल हमीद की पत्नी की वृद्धावस्था को देखते हुए जनरल रावत ने खुद गाजीपुर जाने का फैसला किया था। हर साल 10 सितम्बर को शहीद अब्दुल हमीद का परिवार उनके लिए एक सभा का आयोजन करता है।