मध्य प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ेगी : आलोक अग्रवाल
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में इसलिए सफलता पायी थी क्योंकि हमारा लक्ष्य भ्रष्टाचार को दूर करना था;
मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा से इस बार सिर्फ कांग्रेस ही टक्कर नहीं लेगी बल्कि अरविन्द केजरीवाल की आम आदमी पार्टी भी जबर्दस्त व्यूह रचना कर रही है। आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल कहते हैं कि राज्य की सभी 230 विधानसभा सीटों पर पार्टी चुनाव लड़ेगी। उन्हांने बताया कि पार्टी अपने प्रत्याशियों की घोषणा चुनाव से पांच महीने पहले ही कर देगी। यह इसलिए किया जाएगा ताकि उम्मीदवार जनता के बीच अपनी बात रखने के लिए पर्याप्त समय प्राप्त कर सकें।
आम आदमी पार्टी राज्य में प्रत्याशी भी ऐसे उतारेगी जो मानक पर खरा उतरें। आलोक अग्रवाल कहते हैं कि पार्टी ने दिल्ली में इसलिए सफलता पायी थी क्योंकि हमारा लक्ष्य भ्रष्टाचार को दूर करना था। इसलिए मध्य प्रदेश में उन्हीं को प्रत्याशी बनाया जाएगा जो भ्रष्टाचार, अपराध जैसे गंभीर मामलों में न फंसे हों। इस बात की बहुत ही अच्छी तरह से छानबीन की जाएगी। इसके बाद ही पार्टी का चुनाव चिन्ह उन्हें दिया जाएगा। प्रदेश के अध्यक्ष आलोक अग्रवाल कहते हैं कि यहां पर पार्टी की लोकप्रियता काफी बढ़ी है और कई दलों व संगठनों में कार्य कर रहे लोग पार्टी से जुड़ने को तैयार हैं। इसके लिए उन लोगों ने लिखित आवेदन कर रखा है। इनमें से पाक-साफ लोगों को कार्यकर्ताओं की सहमति के आधार पर टिकट दिया जा सकता है। बसपा के पूर्व सांसद भीम सिंह के पुत्र राहुल भारती ने आम आदमी पार्टी की सदस्यता ले ली है। उनके साथ कई युवा भी आपके साथ जुड़े हैं। श्रमिक नेता अंगद यादव ने अपने साथियों के संग आम आदमी पार्टी की सदस्यता ली है। इस प्रकार विभिन्न दलों और संगठनों के नेता पार्टी से जुड़ रहे हैं।
आपके प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि हमारी पार्टी पिछले दिनों संकल्प यात्रा की थी। प्रदेश अध्यक्ष ने रींवा के राजनिवास में जोन स्तरीय पदाधिकारियों के साथ संकल्प यात्रा की समीक्षा की थी। पार्टी के नेताओं ने बताया कि संकल्प यात्रा के दौरान दिल्ली में सरकार के कामकाज के बारे में बताया गया और चौहान सरकार की कमियों को उजागर किया गया है। उन्होंने कहा कि संकल्प यात्रा से आम आदमी पार्टी को नई ऊर्जा मिलेगी। पार्टी में कुमार विश्वास को लेकर झगड़े का मध्य प्रदेश में पार्टी पर क्या प्रभाव पड़ा है? इस बारे में आलोक अग्रवाल कहते हैं कि कुमार विश्वास को यहां के लोग लालची मान रहे हैं। राज्यसभा की सदस्यता के लिए उन्होंने जो जिद दिखाई वह पार्टी के सिद्धांतों के विरुद्ध है।
इससे इतना तो तय है कि इस बार मध्य प्रदेश में भी पंजाब की तरह त्रिकोणीय संघर्ष विधानसभा चुनाव में दिखाई पड़ेगा।