नो मैंसलैंड में अतिक्रमण मामले पर सीमा पर भारत-नेपाल के अफसरों की बैठक

भारत के कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग पर लिपुलेख तक सड़क का निर्माण करने के बाद से नेपाल के तेवर बदल गए हैं।

Update: 2020-08-05 04:46 GMT

टनकपुर भारत-नेपाल सीमा पर टनकपुर से लगे नो मैंसलैंड में नेपाल की ओर से हुए अतिक्रमण मामले को लेकर नेपाल के कंचनपुर जिले के अफसरों और चंपावत जिले के अफसरों के बीच मंगलवार को बैठक हुई।

चंपावत के एसपी लोकेश्वर सिंह ने बताया कि भारत की ओर से उनके समेत चंपावत जिले के डीएम और एसएसबी के कमांडेंट, जबकि नेपाल की ओर से कंचनपुर जिले के सीडीओ और एसपी हिस्सा ले रहे हैं। बैठक के बाद दोनों देशों के अफसर टनकपुर में नेपाल सीमा से लगे नो मैंसलैंड का मुआयना करेंगे।

नेपाल भारतीय सीमा पर लगातार अपनी सैन्य क्षमता बढ़ा रहा है। सूत्रों के अनुसार नेपाल सेना ने छांगरू में बीओपी को बटालियन में उच्चीकृत कर दिया है। दार्चुला बार्डर आउट पोस्ट (बीओपी) को भी गढ़ बना दिया गया है। यहां पर अब डीआईजी रैंक का अधिकारी तैनात रहेगा।

इधर, चीन के साथ ही नेपाल सीमा पर चल रही गतिविधियों के मद्देनजर भारतीय सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट हैं। चीन और नेपाल सीमा पर कड़ी नजर रखी जा रही है। भारत के कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग पर लिपुलेख तक सड़क का निर्माण करने के बाद से नेपाल के तेवर बदल गए हैं।

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