कनाडा। खालिस्तानियों का पक्ष लेते हुए भारत के विरोध में खड़े होकर कर दोबारा से सत्ता की सीढ़ियां चढ़ने की कोशिश करने वाले प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो अब खुद संकट में घिर गए हैं। प्रधानमंत्री से नाखुश चल रहे पार्टी के सांसद ट्रूडो से इस्तीफा मांगने लगे हैं।
मंगलवार को प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की लिबरल पार्टी के सांसदों के साथ अहम बैठक होने जा रही है। जिसमें एक बार फिर से उनकी सरकार के खिलाफ विरोध के सुर उठने की उम्मीद लगाई जा रही है। क्योंकि पार्टी के अंदर से प्रधानमंत्री ट्रूडो को अपनी सरकार के स्थायित्व को लेकर निराशा हाथ लग रही है।बैठक से पहले लिबरल पार्टी के सांसद अलेजांदार मेंडेस ने कहा है कि पार्टी के अंदर अब इस बात के स्वर तेजी के साथ उठ रहे हैं कि प्रधानमंत्री ट्रूडो की अब विदाई होनी चाहिए।
उन्होंने कहा है कि मैंने एक या दो लोगों से नहीं बल्कि दर्जनों व्यक्तियों से इस बात को सुना है कि अब आगे के लिए जस्टिन ट्रूडो सही नेता नहीं है। ऐसे हालातों में उन्हें खुद ही विदाई ले लेनी चाहिए। इससे पहले ब्रूनस्विक के सांसद वायने लॉन्ग ने भी अगले आम चुनाव से पहले जस्टिन ट्रूडो को इस्तीफा देने की सलाह दी थी।ऐसे हालातों के बीच अगर जस्टिन ट्रूडो की सरकार गिर जाती है तो देश में मध्यवती चुनाव कराए जा सकते हैं