हमें अपने देश से प्रतिभा पलायन को रोकना होगा : डा0 दिनेश शर्मा

लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा दो दिवसीय विजन-2022: एक नवीन भारत विषय पर अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन

Update: 2018-01-28 02:30 GMT
लखनऊ : भारत सामाजिक, आर्थिक, तकनीकी के क्षेत्र में निरन्तर प्रगति के पथ पर ओर तेजी से अग्रसर हो रहा है, और आने वाले कुछ वर्षों में भारत विश्व के अग्रणी देशों की पंक्ति में खड़ा होगा। अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों में आधुनिक तकनीकी का प्रभावी ढंग से प्रयोग किया जा रहा है, जिसके परिणाम स्वरुप कार्य प्रणाली एवं जीवन पद्धति अत्यधिक सुगम हो गई है। इस सम्मेलन की विषयवस्तु वर्तमान परिदृश्य में समसामयिक एवं अत्यंत महत्पूर्णं है।
उपरोक्त विचार प्रदेश के उप मंख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा ने आज यहां लखनऊ विश्वविद्यालय के वाणिज्य संकाय द्वारा मालवीय सभागार में आयोजित दो दिवसीय विजन-2022: एक नवीन भारत विषय पर अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में दिया।
 उप मुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा ने कहा कि देश को बदलना है तो देश की व्यवस्था एवं कार्य संस्कृति को बदलना होगा। स्किल इण्डिया, डिजिटल इण्डिया, मेक इन इण्डिया, जनधन जैसी योजनाएं नये भारत के निर्माण में सहायक होगी। व्यवसाय की जटिलता को दूर करने के लिए जीएसटी को लागू किया गया जिससे एक देश-एक कर प्रणाली से बाजार की दरों में समानता आई है और आगे भी सरकार राष्ट्र हित में ऐसे निर्णय लेगी जिससे देश को आगे बढ़ाने में मदद मिल सके।
 डा0 शर्मा ने कहा कि विजन-2020 को सफल बनाने के लिए जरुरी है कि हमें अपने देश से प्रतिभा पलायन को रोकना होगा, जिससे देश की प्रतिभा का सदुपयोग देश के सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षिक विकास में किया जा सके। आज हमारा देश व्यापार संतुलन की ओर तेजी से बढ़ रहा है तथा देश का निर्यात भी तेजी से बढ़ रहा है। भारत प्राचीन राष्ट्रों में से एक है जिसकी अपनी एक गौरवशाली परम्परा है। देश में शिक्षा का विकास तब से है जब दुनिया के कई क्षेत्रों में सभ्यता का विकास भी नहीं हुआ था। हमें अपनी प्राचीनतम गौरवशाली परम्परा को बनाए रखते हुए आगे बढ़ना होगा। 
 कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय सहसंगठन मंत्री  ओम पाल सिंह ने कहा कि भारत की परम्परा-संस्कृति की पहचान कर चलने की आवश्यकता है। प्रतिस्पार्धात्मक जीवन शैली से मानवीयता का हृास हो रहा है। इससे सचेत एवं जागरुक रहना पड़ेगा। कार्यक्रम में लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एसपी सिंह एवं भूतपूर्व कुलपति एवं शिक्षकगण आदि उपस्थित थे।

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