देश मे बढ़ती मोब्लिंचिंग की घटनाओं के विरोध में सेक्युलर फ्रंट ने दिया ज्ञापन
लोकतन्त्र और संविधान इसकी परीधि में सबको अपनी बात कहने और व्यवस्था के समक्ष रखने का अधिकार देश के प्रत्येक नागरिक को है
लोकतन्त्र और संविधान इसकी परीधि में सबको अपनी बात कहने और व्यवस्था के समक्ष रखने का अधिकार देश के प्रत्येक नागरिक को है
मुजफ्फरनगर । देश मे बढ़ती मोब्लिंचिंग की घटनाओं के विरोध में सेक्युलर फ्रंट द्वारा एक मेमोरंडम अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार और सिटी मजिस्ट्रेट अतुल कुमार के द्वारा राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को संबोधित करते हुए पूर्व चैयरमेन पंकज अग्रवाल, वरिष्ठ समाजसेवी रेवती नन्दन सिंघल, व्यापारी नेता राहुल वर्मा,वरिष्ठ एडवोकेट शलभ गुप्ता, सफाई कर्मचारी नेता कुल्लन देवी,समाजिक कार्यकर्ता राजकुमार कालरा,राजीव वर्मा, के नेतृत्व में सौपा गया जिसमें कहा गया है कि लोकतन्त्र और संविधान इसकी परीधि में सबको अपनी बात कहने और व्यवस्था के समक्ष रखने का अधिकार देश के प्रत्येक नागरिक को है अगर किसी के संविधानिक अधिकार का उल्लंघन होता है तो उसका विरोध संविधान की परीधि में हो.
बढ़ती मोब्लिंचिंग जैसी घटनाओं पर सर्वसमाज को जागरूक होने की आवश्यकता है
बढ़ती मोब्लिंचिंग जैसी घटनाओं पर सर्वसमाज को जागरूक होने की आवश्यकता है व्यवस्थाओं में बैठे लोगों को जागरूक होने की आवश्यकता है.
मानवता का नुकसान हुआ है
इस मुल्क में जब-जब भी मानवता का नुकसान हुआ है चाहे वो झारखंड की शर्मिन्दा करने वाली मोब्लिंचिंग की घटना हो या दिल्ली में घटित घटना हो उसके विरोध में यह मुल्क एक साथ खड़ा हुआ है। और आज एक सुर में सर्वसमाज व सर्वधर्म के लोग एक है व गमो गुस्से का इज़हार करते है.
घिनोने कृत्य को सभ्य समाज में जायज नहीं ठहराया जा सकता
देखने में आया है कि एक मज़हब के विरुद्ध बढ़ती मोब्लिंचिंग जैसी घटनाओं व झारखंड में एक अल्पसंख्यक समाज के व्यक्ति को मोब्लिंचिंग करते हुए धार्मिक नारे लगवाते हुये मारपीट की गई जिससे उसकी अस्पताल में मृत्यु हो गई ऐसे घिनोने कृत्य को सभ्य समाज में जायज नहीं ठहराया जा सकता.
भगवान श्री राम की शिक्षा या किसी भी धर्म का संदेश उसके पेशवाओं का संदेश मानव कल्याण के लिये है
भगवान श्री राम की शिक्षा या किसी भी धर्म का संदेश उसके पेशवाओं का संदेश मानव कल्याण के लिये है मानवता के लिये ऐसी घटनाओं से एक मज़हब को जानी नुकसान हुआ तो कुछ सिरफिरों के कारण दूसरा धर्म भी बदनाम हुआ.
देश की गंगा-जमुनी तहज़ीब को भी नुकसान हुआ
हम और देश ऐसी घटनाओं पर शर्मिन्दा हैं क्योंकि इससे देश की गंगा-जमुनी तहज़ीब को भी नुकसान हुआ, अगर हम समय रहते नहीं जागे तो इसका ख़मियाज़ा कहीं आने वाली हमारी नस्लों को ना भुगतना पड़े.
यह घटना यकीनन निंदनीय है सरकार के इक़बाल के लिये, देश के कानून के लिये, राज्य सरकारों के लिए, मौजूदा केंद्र सरकार के "सबका साथ सबका विश्वास" के नारे के लिये, सभ्य समाज के लिये, देश की एकता व अखंडता के लिये चुनौती है.
अभी भी समय है कि धर्म के नाम पर अराजकता करने वालों व गलत कार्य करने वाले इन अधर्मियों पर सख्त कार्यवाही अमल में लाई जानी चाहिए, इसको रोकने के लिये प्रभावी कदम उठाए जाएं जिससे कानून का इक़बाल बुलन्द हो.
बढ़ती मोबलीचिंग की घटनाओं पर आपकी जानिब से केंद्र व राज्य सरकारों को दिशा व निर्देश जारी हो
बढ़ती मोबलीचिंग की घटनाओं पर आपकी जानिब से केंद्र व राज्य सरकारों को दिशा व निर्देश जारी हो व ज़िम्मेदारी तय की जाए कि देश के प्रत्येक नागरिक के जानो-माल की सुरक्षा सुनिचित हो ऐसे अपराधी किसी भी संरक्षण में फले फुले नहीं और इनके विरुद्ध फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमे चलाये जाएं तथा सख़्त सज़ा दिलाई जाए व मोब्लिंचिंग पर एक नया सख़्त कानून वजूद में आये, प्रत्येक नागरिक व अलग-अलग धर्मों के मानने वालों में विश्वास बाहाली के साथ सैक्युलरिज़म को बढ़ावा दिया जाये.
मुआवाज़े किसी की ज़िदगी से बढ़कर नहीं
मुआवाज़े किसी की ज़िदगी से बढ़कर नहीं लेकिन ऐसी घटनाओं के शिकार लोगो के परिवार की जिम्मेदारी सरकार पर तय की जायें.इस मौके पर पैगाम ऐ इंसानियत के सदर आसिफ राही,गोहर सिद्दीकी, अशोक अग्रवाल,प.विष्णु शर्मा,शाही इमाम मौलाना जाकिर,बार संघ अध्यक्ष नसीर हैदर काजमी एडवोकेट,डॉ शेलेन्द्र गौतम,प.शुबोध शर्मा,जर्नादन विश्कर्मा,अकील राणा,अमीर आजम खान एडवोकेट,पंकज जैन, बदर खान,मौलाना ताहिर, डॉ नजमुल हसन जैदी, हाजी जमीर आमिर, शमीम कस्सार,नफीस अंसारी,डॉ शाहवेज़ राव,इकराम कस्सार ,असद फ़ारुखी,मास्टर इसरार खान, राजेन्द्र सिंह एडवोकेट, राजू मचल,मदन मोहन शर्मा,विजय बाटा, डॉ आसिफ खान,सलीम मलिक,डॉ साजिद अल्वी,गुलबहार मलिक एडवोकेट,असद पाशा अरशद कुरेसी,शाहजेब अली खान, अशोक राय, आदि लोगो मौजूद रहे.