आजमगढ़ के मोस्ट वांटेड बदमाश मोहन पासी को एसटीएफ लखनऊ और हापुड़ पुलिस ने मुठभेड़ मे मार गिराया

हापुड़ पुलिस अधीक्षक हेमंत कुटियाल के निर्देशन में एक टीम की गठन किया गयाटीम को रात में सूचना मिली कि बदमाश दिल्ली रोड पर आनंद विहार बिजली घर के पास है। इस पर सीओ राजेश कुमार ¨सह, एसएचओ पंकज लवानिया, एसटीएफ टीम के अनिल कुमार, राकेश, पंकज दिल्ली रोड आनंद विहार पर पहुंचे

Update: 2018-01-30 03:27 GMT

लखनऊ : आजमगढ़ के मोस्ट वांटेड मोहन पासी     पुलिस हिरासत से फरार हो गया था और 50 हजार रुपये का ईनामी था। एसटीएफ लखनऊ और कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम ने आनंद विहार बिजली घर के पास मुठभेड़ में मार गिराया ।

मोस्ट वांटेड बदमाश मोहन पासी को तिहरे हत्याकांड में उसे उम्रकैद की सजा हुई थी। 18 दिसंबर को वह पुलिस हिरासत से फरार हो गया था। मृतक बदमाश मोहन पासी के कब्जे से एक बाइक और एक 9 एमएम की पिस्टल बरामद की गई है।

लखनऊ एसटीएफ  टीम को सूचना मिली कि पुलिस हिरासत से फरार बदमाश मोहन पासी अपने साथी के साथ हापुड़ इलाके में देखा गया है और किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है।
लखनऊ एसटीएफ  हापुड़ पहुंची और कोतवाली पुलिस को जानकारी दी। हापुड़ पुलिस अधीक्षक हेमंत कुटियाल के निर्देशन में एक टीम की गठन किया गया। टीम को रात में सूचना मिली कि बदमाश दिल्ली रोड पर आनंद विहार बिजली घर के पास है। इस पर सीओ राजेश कुमार ¨सह, एसएचओ पंकज लवानिया, एसटीएफ टीम के अनिल कुमार, राकेश, पंकज दिल्ली रोड आनंद विहार पर पहुंचे। इसी बीच दो संदिग्ध युवक निजामपुर की तरफ से बाइक पर आते हुए दिखाई दिए। पुलिस ने दोनों को रुकने का इशारा किया तो वे फायरिंग कर भागने लगे। पुलिस द्वारा जवाबी फायरिंग में बदमाशों की बाइक फिसल गई और पुलिस की गोली कनपटी पर लगने से बदमाश मोहन पासी घायल हो गया, जबकि दूसरा फरार हो गया। पुलिस ने घायल बदमाश को तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उपचार के लिए भेजा, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। फरार बदमाश की तलाश जारी है।

हापुड़  पुलिस अधीक्षक हेमंत कुटियाल ने बताया कि मृतक बदमाश शम्सुद्दीन पुर, थाना जहानागंज, आजमगढ़ निवासी मोहन पासी है। पचास हजार रुपये का उस पर ईनाम है। उन्होंने बताया कि 18 दिसंबर को पुलिस अभिरक्षा से आजमगढ़ से फरार हो गया था। अदालत ने उसे तिहरा हत्याकांड में एक मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई थी। फरार बदमाश की तलाश कराई जा रही है।पुलिस अधीक्षक हेमंत कुटियाल ने बताया कि आजमगढ़ के जहानागंज के गांव डोहा में तत्कालीन प्रधान  उनके दो गनर की हत्या के मामले में मोहन पासी को उम्रकैद की सजा हुई थी। 17 दिसंबर को वह आजमगढ़ जिला जेल से एक लूट के मामले में आजमगढ़ में पेशी पर आया था। पेशी से वापसी के समय वह सिपाही का हाथ छुड़ाकर भाग निकला था ।कुख्यात बदमाश मोहन पासी का लम्बा आपराधिक इतिहास रहा है।


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