आरएसएस से संबद्ध सप्ताहिक पत्रिकाएं, 'ऑर्गेनाइजर' और 'पांचजन्य' उदारवाद का स्वर्णिम उदाहरण हैं :स्मृति ईरानी

दीनदयालजी, अटलजी, आडवाणीजी जैसे महानुभावों द्वारा सींचे गए और लोहियाजी, मलकानीजी जैसे प्रखर विचारकों के योगदान से सुशोभित यह प्रकाशन एक अमूल्य विरासत है।

Update: 2018-01-23 12:25 GMT
नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि आरएसएस से संबद्ध सप्ताहिक पत्रिकाएं, 'ऑर्गेनाइजर' और 'पांचजन्य' उदारवाद का स्वर्णिम उदाहरण हैं क्योंकि उन्होंने राम मनोहर लोहिया और वसंत साठे जैसे नेताओं के विचारों को जगह दी जो संघ की विचारधारा के आलोचक थे। 'पाञ्चजन्य' और 'ऑर्गेनाइजर' साप्ताहिक के ७० वर्ष पूर्ण होने पर प्रकाशित विशेषांक के विमोचन समारोह में सहभागी होने का अवसर देने के लिए भारत प्रकाशन को मेरा धन्यवाद।
'ऑर्गेनाइजर' और 'पांचजन्य' पत्रिकाओं के 70 वर्ष पूरे होने के मौके पर एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आरएसएस और भाजपा के लंबे सफर का जिक्र किया। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि युवा पीढ़ी को यह बताना महत्वपूर्ण है कि राम मनोहर लोहिया, केएम मुंशी और वसंत साठे ने भी इन प्रकाशनों में लिखा है।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि 70 वर्ष पहले किसने यह सोचा होगा कि नेहरू मेमोरियल में ऑर्गेनाइजर का एक कार्यक्रम होगा और सूचना एवं प्रसारण मंत्री मौजूद होंगी। ईरानी ने कहा कि ऑर्गेनाइजर के संपादक प्रफुल्ल केतकर जेएनयू के पूर्व छात्र थे जिसे वामपंथी विचारधारा का गढ़ माना जाता है।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि क्या किसी ने कभी सोचा था कि जेएनयू का एक छात्र एक दिन ऑर्गेनाइजर का संपादक बनेगा। दोनों पत्रिकाओं के काम की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले 70 वर्षों में इन दोनों ने कलम की असली ताकत दिखाई है। सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने बड़े पैमाने पर लोगों तक पहुंचने के लिए दोनों प्रकाशनों को डिजीटल प्लेटफॉर्म की संभावनाएं तलाशने का भी सुझाव दिया।

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