उत्तर प्रदेश में बिजली दरों में हुई बेतहाशा वृद्धि की वापसी की मांग करते हुए समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमण्डल ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा
भाजपा की आर्थिक नीतियों के चलते जनता बुरी तरह परेशान है। राज्य के विकास की दिशा में राज्य सरकार ने 9 महीनों में कोई भी कदम नहीं उठाए। नगरीय निकाय चुनाव के दिनों में बिजली दरों में वृद्धि का प्रस्ताव छुपाकर ठीक चुनाव प्रक्रिया समाप्त होते ही बिजली दरों में भारी वृद्धि लागू करना भाजपा सरकार का जनविरोधी आचरण है। किसी भी तरह इस कार्यवाही को उचित नहीं माना जा सकता है क्योंकि इससे राजनीति में दोहरे चरित्र की मानसिकता और शासकीय स्वार्थपरता को बढ़ावा मिलेगा
0