डॉ. भीमराव अम्बेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर डॉ. भीमराव अम्बेडकर महासभा में आयोजित कार्यक्रम राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री सम्मिलित हुए
छोटे से बड़ा होना महानता का लक्षण है। बाबा साहब ने महानता अपने कृतित्व से अर्जित की। मध्यकाल में पैदा हुई छुआ-छूत और अस्पृश्यता की विकृति का शिकार बाबा साहब को भी अपने बचपन में होना पड़ा। किन्तु उन्होंने सामाजिक बुराइयों का सामना करते हुए उच्च शिक्षा प्राप्त की और समाज के सामने एक मानक प्रस्तुत किया। आजादी के संघर्ष सहित भारत के संविधान में उनका अभूतपूर्व योगदान अविस्मरणीय एवं अभिनन्दनीय है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हर सरकारी कार्यालय में डाॅ0 भीमराव रामजी अम्बेडकर की तस्वीर सम्मानजनक ढंग से स्थापित की जाएगी।
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