कपड़ा कारोबारियों के विरोध ने दिखाया असर- GST बढ़ोतरी ली वापिस

कपड़ा कारोबारियों की ओर से अपनी दुकानें एवं कारोबार बंद रखते हुए जताया गया आक्रोश आखिरकार अपना असर दिखा ही गया है

Update: 2021-12-31 11:56 GMT

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और सूरत समेत देश के प्रमुख शहरों में कपड़ा कारोबारियों की ओर से अपनी दुकानें एवं कारोबार बंद रखते हुए जताया गया आक्रोश आखिरकार अपना असर दिखा ही गया है। कारोबारियों के भीतर कपडे की जीएसटी की दरों में की गई बढ़ोतरी की नाराजगी को देखते हुए अब सरकार ने नरम रवैया अपनाते हुए आगामी एक जनवरी से लागू होने वाली कपड़ों पर जीएसटी दर को वापस लेने का फैसला लिया है। सरकार की ओर से लिए गए इस फैसले पर कपड़ा कारोबारियों के साथ अन्य लोगों ने भी अपनी खुशी जताई है। 

शुक्रवार को जीएसटी परिषद की ओर से अपनी बैठक में कपड़ा कारोबार पर एक जनवरी से लागू की जाने वाली जीएसटी की दरों में 5 फीसदी से 12 प्रतिशत की प्रस्तावित बढ़ोतरी को क्रियान्वित होने से रोक लिया गया है। जीएसटी परिषद की बैठक में कपड़े के कारोबार पर जीएसटी दर को 5 फीसदी से बढ़ाकर 12 प्रतिशत किए जाने के फैसले को लागू नहीं किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि जीएसटी काउंसलिंग की पिछले दिनों हुई बैठक में कपड़ा कारोबार पर वर्तमान समय में लागू 5 प्रतिशत जीएसटी की दर को बढ़ाकर 12 प्रतिशत करने का फैसला लिया गया था। जीएसटी काउंसलिंग की ओर से लिए गए इस निर्णय को आगामी एक जनवरी से लागू करने का प्रस्ताव किया गया था। कपड़े पर जीएसटी की दरों में बढ़ोतरी किए जाने को लेकर कपड़ा कारोबारियों के भीतर विरोध शुरू हो गया था। जिसके चलते बीते दिन देश भर में कपड़ा कारोबारियों की ओर से बाजार बंद रखकर धरना प्रदर्शन किए गए थे। बड़े पैमाने पर हुए धरने प्रदर्शन को देखते हुए सरकार ने जीएसटी दर में की जाने वाली इस वृद्धि को वापस लेने का फैसला किया है।



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