किसानों को भुगतान न कराने वाली योगी सरकार पर लानत- केजरीवाल

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कृषि बिल वापिस न लेने पर केन्द्र सरकार को जमकर कोसा।

Update: 2021-02-28 10:40 GMT

मेरठ। दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने कृषि बिल वापिस न लेने पर केन्द्र सरकार को जमकर कोसा। वहीं उत्तर प्रदेश में किसानों का बकाया भुगतान न होने पर उन्होंने यूपी की योगी सरकार को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि यूपी की जो सरकार किसानों को भुगतान नहीं करवा पा रही है, उस पर लानत है।

आम आदमी पार्टी ने किसानों के सहारे उत्तर प्रदेश में सियासी दांव खेलना शुरू कर दिया है। आप पूर्व में ही यूपी में विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी है। आज मेरठ-रोहटा बाईपास पर दिल्ली के मुख्यमंत्री व आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने किसान महापंचायत को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि आज तक किसानों को सभी पार्टियां ठगती आई हैं। उन्होंने कहा कि सरकार कहती है कि एमएसपी था, एमएसपी है और एमएसपी रहेगा।

उन्होंने सरकार से सवाल किया कि उत्तर प्रदेश में एक जगह बता दो, जहां एमएसपी हो। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों का उत्पीड़न करने पर तुली हुई है। किसानों को दिल्ली आने से रोका गया। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की हितैषी है, तो वह स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करे। उन्होंने कहा कि कई किसानों की शहादत हो चुकी है, लेकिन सरकार को कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि कई सरकारें आईं, कई गईं, लेकिन किसी ने भी किसानों के हित की नहीं सोची।

उन्होंने कहा कि हर चुनाव के बाद घोषणा पत्र को दबा दिया जाता है। सभी पार्टियां किसानों को ठगती आ रही हैं। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि क्या वे मिल मालिकों को ठीक नहीं कर सकते, जो कि वे किसानों का भुगतान करें। उन्होंने कहा कि जब मैं दिल्ली का सीएम बना था, तो मुझे बताया गया था कि दिल्ली में बड़ी-बड़ी बिजली कंपनियां हैं, तुम्हारा जीना मुहाल कर देंगी। उन्होंने कहा कि मुझे डराने की कोशिश की गई। उस वक्त आठ घंटे के पावर कट लगते थे। 20-20 हजार रुपये का बिजली बिल आता था। आज देखो, सभी बिजली कंपनियों को ठीक कर दिया गया है। आज 24 घंटे बिजली आती है और बिजली का बिल जीरो है।

उन्होंने कहा कि 75 प्रतिशत जनता को निःशुल्क बिजली मिल रही है। उन्होंने कहा कि बिजली कंपनियों के सामने चीनी मिलें तो कुछ भी नहीं है। लेकिन सरकार ने इनसे शायद एडवांस लिया है, इसलिए कोई कार्रवाई नहीं करती। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कहा कि आखिर योगी जी आपकी क्या मजबूरी है, जो सरकार चीनी मिल मालिकों के सामने घुटने टेके बैठी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की कंपनी ठीक हो सकती है, तो चीनी मिलें क्यों नहीं। उन्होंने कहा कि अच्छी नीयत वाली सरकार चाहिए।

उन्होंने किसानों से वादा किया कि यदि उनकी पार्टी की सरकार आई तो जब किसान गन्ना डालकर मिल से वापिस अपने घर पहुंचेंगे, तो उससे पहले उन्हें गन्ने का भुगतान मिल जायेगा। उन्होंने कहा कि गैस के दाम बढ़ाये जा रहे हैं, आखिर ऐसा क्यों किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैं आपका बेटा हूं, आपका छोटा भाई हूं, आपके बीच आया हूं, जो वायदा किया है, उसे निभाकर दिखाउंगा। उन्होंने कहा कि लाल किले का पूरा कांड बीजेपी ने कराया है और आरोप किसानों पर लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गांवों में किसानों से पैसे लेकर उनके यहां मीटर लगा दिये गये, उनसे मोटा बिजली बिल वसूला जा रहा है। दिल्ली में 75 प्रतिशत जनता को फ्री में बिजली मिलती है। उन्होंने कहा कि अच्छी नीयत वाली सरकार लाओ, सभी का भला होगा। इसी दौरान पंचायत में एक व्यक्ति सिलैंडर लेकर पहुंचा, तो

अरविंद केजरीवाल ने सरकार पर करारा तंज किया। उन्होंने कहा कि यह किसानों का आंदोलन नहीं है। एक-एक देशभक्त का आंदोलन है। जो भी देश से प्यार करता है, यह आंदोलन हर उस व्यक्ति का है। यह पवित्र आंदोलन है। कोई हिंसा नहीं है। सभी धर्म व जाति के लोग इसमें शामिल हैं। उन्होंने कहा कि मैं आपके बीच आया हूं, यह मैंने कोई अहसान नहीं किया है, वरना ऐसा करना मेरा फर्ज है। उन्होंने कहा कि वह तन, मन, धन से किसानों के आंदोलन के साथ हैं। उन्होंने बुलंद आवाज में कहा कि अंततः सरकार को झुकना होगा और कृषि बिलों को वापिस लेना होगा। अपने भाषण को उन्होंने चौधरी चरण सिंह अमर रहे का नारा लगाकर विराम दिया। 

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