शुकतीर्थ में नहीं लगा गंगा स्नान मेला
कार्तिक पूर्णिमा पर तीर्थनगरी की रौनक पूरी तरह से गायब रही। दीपदान की श्रद्धालुओं को पूरी छूट रही।;
मुज़फ्फरनगर। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की प्रमुख तीर्थ नगरी शुकतीर्थ में इस बार गंगा स्नान मेला नहीं लगा। जिससे कार्तिक पूर्णिमा पर तीर्थनगरी की रौनक पूरी तरह से गायब रही। दीपदान की श्रद्धालुओं को पूरी छूट रही।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश और जनपद की प्रमुख पांडवकालीन तीर्थनगरी शुकतीर्थ में कार्तिक पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर लगभग सन्नाटा सा पसरा रहा। प्रतिवर्ष गंगास्नान मेले से कई दिन पहले ही तंबू नगरी में तब्दील हो जाने वाली तीर्थनगरी को लोगों की आमद का इंतजार रहा। पुलिस और फोर्स की कडी चौकसी के चलते श्रद्धालुओं को शुकतीर्थ आकर गंगा स्नान की ईजाजत नहीं मिली।पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर होने वाले दीपदान करने की ही केवल श्रद्धालुओं को अनुमति मिली।
जिला पंचायत के तत्वाधान में हर साल लगने वाले गंगास्नान मेले का आज पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर उदघाटन होना था, मगर कोविड-19 महामारी के चलते इस वर्ष शासन के निर्देश पर प्रशासन द्वारा मेला स्थगित किया गया। श्रद्धालुओं को तीर्थनगरी आने से रोकने के लिएत तैनात पुलिस प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। शुकतीर्थ में हर साल लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान मेले में आकर गंगा में डुबकी लगाकर धर्म लाभ कमाते थे। प्रशासन की ओर से इस बार केवल भीड़ को समाप्त करने के लिए श्रद्धालुओं को दीपदान करने की इजाजत दी गई है। जिसके चलते लोग अपनी आस्था के अनुसार शुकतीर्थ में पहुंचकर गंगा जी में दीपदान कर वापिस लौट रहे हैं। इस बार शुकतीर्थ के तंबुओं के शहर में तब्दील ना होने की वजह से तीर्थनगरी की शोभा लगभग समाप्त है। गंगा के किनारे भीड़ ना लगे, इसके लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस फोर्स तैनात है और किसी भी बड़े वाहन की एंट्री नहीं होने दी जा रही हैं।