कोरोना पर पड़ी आस्था भारी

कोरोना के कारण लगाये गये प्रतिबंध पर आखिरकार आस्था भारी पड़ी।;

Update: 2020-11-30 08:13 GMT

मुजफ्फरनगर। कोरोना के कारण लगाये गये प्रतिबंध पर आखिरकार आस्था भारी पड़ी। कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य कमाया। मंदिरों के दर्शन कर श्रद्धालुओं ने घर-परिवार व देश-विदेश की कोरोना से मुक्ति मांगी।

कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश और जनपद मुजफ्फरनगर की प्रमुख पांडवकालीन तीर्थनगरी शुकतीर्थ में श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर पुण्य कमाया। श्रद्धालुओं को आने से रोकने के लिये लगाई गई पुलिस फोर्स ने भारी वाहनों को तीर्थनगरी में प्रवेश नही करने दिया। सोमवार की सुबह से आरंभ हुआ कार्तिक पूर्णिमा स्नान लगभग पूरे दिन जारी रहा। पैदल ही बच्चों के तीर्थनगरी पहुंची महिलाओं ने अपने परिजनों के साथ गंगा में डुबकी लगाई और घर-परिवार व देश-विदेश की कोरोना से मुक्ति की कामना की। महिलाओं ने गंगा की पूजा कर दीप दान किया। खिचड़ी बनाकर उसका प्रसाद बांटा और स्वयं ग्रहण किया।

श्रद्धालुओं ने तीर्थनगरी के विभिन्न मंदिरों के दर्शन कर प्रसाद चढ़ाया। हालांकि शासन के निर्देश पर प्रशासन द्वारा इस वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर प्रतिवर्ष आयोजित किया जाने वाला गंगा स्नान मेला कोरोना महामारी के संक्रमण को रोकने के लिये प्रतिबंधित कर दिया गया था। श्रद्धालुओं को तीर्थनगरी पहुंचने से रोकने के लिये प्रशासन द्वारा पुलिस फोर्स लगाई गई थी, जिसनें बीते कई दिनों से अपनी जिम्मेदारी सम्भालकर तीर्थनगरी में कई दिन पहले से आनी शुरू हो जाने वाली भैंसा-बोगियों व टैक्टर- ट्राॅलियों को आने से रोक रखा था। लेकिन सोमवार को कार्तिक पूर्णिमा के दिन सभी प्रतिबंधों पर आखिरकार आस्था भारी पड़ी और लोग तमाम प्रतिबंधो का दरकिनार कर तीर्थनगरी पहुंचकर गंगा स्नान करने में सफल रहे।

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