बाघ ने किसान दबोचकर खाए हाथ-पैर, हो गई मौत
जनपद के माला वन रेंज क्षेत्र में गन्ने के खेत में सिंचाई करने गए किसान को बाघ ने अपना शिकार बना लिया।;
पीलीभीत। जनपद के माला वन रेंज क्षेत्र में गन्ने के खेत में सिंचाई करने गए किसान को बाघ ने अपना शिकार बना लिया। बाघ जबड़े में किसान का पैर दबोच कर 50 मीटर घसीट कर ले गया और एक हाथ और एक पैर खा गया। किसान की बाघ के हमले में मौत हो गई।
मृतक की पहचान गांव मेवातपुर निवासी गुड्डू (36) के रूप में हुई है। घटना जिला मुख्यालय से छह किलोमीटर दूर पीलीभीत टाइगर रिजर्व के माला वन रेंज के मेवातपुर उर्फ शेरगंज गांव की है।
जिलाधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह ने मौके पर परिजनों से मिलकर हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया। परिजनो और ग्रामीणों के शिकायत पर उन्होंने जंगल से सटे ग्रामों में तार फेंसिंग का कार्य कराने को डीएफओ को निर्देश दिए। उन्होंने शासन से निर्धारित उचित मुआवजा राशि परिजनों को दिलाये जाने को सम्बंधित को निर्देशित किया।
पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह ने मीडिया से कहा पगचिह्न से बाघ की मौजूदगी की पुष्टि हुई है। विभाग घटना की जांच कर रहा है। उन्होंने बताया कि किसान की जान बाघ के हमले में ही गई है। वन कर्मियों के तार फेसिंग काटकर लकड़ी की तस्करी कराए जाने के आरोप पर डीडी पीटीआर मनीष सिंह ने कहा कि इस बात के आरोप ग्रामीणों पर भी है,वे तार काटकर अंदर जाकर घास लाते है। उन्होंने बताया कि इस पर गंभीरता से जांच कराई जाएगी।
न्यूरिया थानाध्यक्ष सुभाष मावी ने मीडिया को बताया पुलिस टीम वन विभाग को भी घटना की जानकारी दे दी गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। गुड्डू रविवार रात को अपने खेत में सिंचाई करने गए थे। सोमवार सुबह ग्रामीणों को बनकटी चौकी के पास स्थित खेत में उनका अधखाया शव मिला।
पुलिस के अनुसार परिजनों ने बताया जब किसान काफी देर तक घर नहीं पहुंचे तो परिजनो की खोजबीन में जंगल के किनारे उनका क्षत-विक्षत शव मिला। इसके बाद गुस्साए परिजनों ने हंगामा कर दिया।
वन विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि बाघ के हमले की सूचना पर वे मौके पर गए थे और खेत के किनारे-किनारे सर्च अभियान चला रहे थे। तभी घटनास्थल से करीब 500 मीटर की दूरी पर एक बाघ गन्ने के खेत में बैठा दिखा। टीम को देखते ही वह दौड़ पड़ा, उन्होंने पटाखे फोड़कर किसी तरह अपनी जान बचाई।