संस्कार ही सच्ची शिक्षा, एक पहल नैतिक मूल्यों और चरित्र निर्माण की तरफ

मेरा वजूद फाउण्डेशन के तत्वाधान में तीन दिवसीय संस्कारशाला का आयोजन;

Update: 2025-05-22 15:59 GMT

मुजफ्फरनगर। मेरा वजूद फाउण्डेशन के तत्वाधान में तीन दिवसीय संस्कारशाला का आयोजन दिनांक 20.05.2025 से 22.05.2025 तक तीन स्कूलों में न्यू हॉरीजन पब्लिक स्कूल, परिक्रमा मार्ग, जानसठ रोड, मुजफ्फरनगर, गोल्डन बेल्स पब्लिक स्कूल नंगला मंदोड, मुजफ्फरनगर एवं आर0एस0डी0 पब्लिक इण्टर कॉलेज, मुजफ्फरनगर में किया गया। संस्कारशाला स्वामी तेजस्वरानन्द ज्वालापुर, हरिद्वार द्वारा करायी गयी।

संस्कारशाला में स्वामी तेजस्वानन्द द्वारा छात्र-छात्राओं को नैतिकता, अनुशासन, सहनशीलता एवं चरित्र निर्माण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई ताकि हम सभी का जीवन एक सुदृढ़ संस्कारी बन सके। उन्होंने कहा कि जीवन में उन्नति उसी व्यक्ति को मिलती है जो अपनी इंद्रियों को अभ्यास के द्वारा मन से जोड़ सकते हैं हम जैसा बोलते हैं वैसे ही संस्कार पड़ जाते हैं एवं मनुष्य के अंदर निहित सतोगुण, रजोगुण व तमोगुण के विषय में बताते हुए उनका मार्गदर्शन किया और कहा कि बच्चों को अच्छे संस्कार देना उन्हें ऊंची शिक्षा देने से कहीं ज्यादा जरूरी है क्योंकि ज्ञान उन्हें सफल बना सकता है लेकिन संस्कार उन्हें इंसान बनाएगा। उत्तम संस्कार मनुष्य में शान्ति, प्रेम, उपकार, सेवा आदि भावनाएं बढाता है। यदि सभी बच्चों को बचपन से श्रेष्ठ संस्कार दिये जाये तो वे देश के श्रेष्ठ नागरिक बन सकते है। 

इस अवसर पर प्रवेन्द्र दहिया अध्यक्ष मेरा वजूद फाउण्डेशन, विभिन्न विद्यालयों के प्रबन्धक एवं प्रधानाचार्य मिनाक्षी मित्तल न्यू हॉरीजन पब्लिक स्कूल, सचिन गुप्ता प्रधानाचार्य आर0एस0डी0 पब्लिक इण्टर कॉलेज, मुजफ्फरनगर, अरविन्द कुमार, प्रबन्धक, गोल्डन बेल्स पब्लिक स्कूल, नंगला मंदौड, डॉ0 जीतसिंह तोमर भी उपस्थित रहें। कार्यक्रम के समापन पर न्यू हॉरीजन पब्लिक स्कूल, मुजफ्फरनगर की प्रधानाचार्या मीनाक्षी मित्तल ने उनका आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हम शिक्षा के साथ-साथ नैतिक मूल्य, अनुशासन और भारतीय संस्कृति की गरिमा को भी विद्यार्थियों में रोपित करने का प्रयास करते हैं और हम सब मिलकर एक ऐसे भविष्य का निर्माण करें जहां शिक्षा के साथ संस्कार भी जीवन का आधार बने ।

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