कौन हैं मारिया मचाडो? जिन्हें मिला नोबेल शांति पुरस्कार
लोकतंत्र की योद्धा मारिया कोरिना मचाडो को मिला 2025 का नोबेल सम्मान, वेंजुएला की महिला नेता मारिया मचाडो को 2025 का शांति नोबेल पुरस्कार
नई दिल्ली। साल 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार वेंजुएला की विपक्षी नेता मारिया कोरिना मचाडो को मिला है। उन्हें लोकतंत्र, मानवाधिकार और महिला सशक्तिकरण के लिए दशकों से जारी संघर्ष के लिए सम्मानित किया गया है। आइए जानते हैं, कौन हैं मारिया मचाडो और क्यों उन्हें दुनिया का सबसे बड़ा शांति सम्मान दिया गया।
मारिया कोरिना मचाडो (Maria Corina Machado) वेंजुएला की जानी-मानी राजनेता, मानवाधिकार कार्यकर्ता और विपक्ष की अग्रणी चेहरा हैं। उन्होंने अपने देश में लंबे समय से चले आ रहे तानाशाही शासन और राजनीतिक दमन के खिलाफ आवाज़ उठाई है।
मचाडो “Vente Venezuela” नामक राजनीतिक आंदोलन की संस्थापक हैं, जो वेंजुएला में स्वतंत्रता, पारदर्शिता और लोकतंत्र की स्थापना के लिए काम करता है।
सत्ता से टकराने वाली साहसी नेता
मारिया मचाडो ने कई बार वेंजुएला की सरकार के खिलाफ खुलकर विरोध दर्ज कराया। उन्हें राष्ट्रपति निकोलस मादुरो की नीतियों की आलोचना करने के कारण जेल, नजरबंदी और राजनीतिक प्रतिबंधों का सामना करना पड़ा। बावजूद इसके, उन्होंने देश में स्वतंत्र चुनाव और मानवाधिकारों की रक्षा के लिए अपनी मुहिम जारी रखी।
नोबेल कमेटी ने कहा कि “मचाडो ने व्यक्तिगत खतरे की परवाह किए बिना लोकतंत्र की मशाल को जीवित रखा। उन्होंने लाखों वेंजुएलावासियों को उम्मीद दी।”
महिलाओं और युवाओं की प्रेरणा
मारिया मचाडो वेंजुएला में महिला नेतृत्व की प्रतीक बन चुकी हैं। वे महिलाओं को राजनीति और निर्णय प्रक्रिया में समान भागीदारी देने की पुरजोर वकालत करती हैं। उन्होंने शिक्षा, रोजगार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर भी कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपनी आवाज उठाई है।