पूजा अर्चना और जय घोष के बीच बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद- सेना के बैण्ड..

विधि विधान के साथ की गई पूजा अर्चना के उपरांत बद्रीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं।

Update: 2025-11-25 11:16 GMT

चमोली। विधि विधान के साथ की गई पूजा अर्चना के उपरांत बद्रीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। कपाट बंद होने के ठीक पहले देश के प्रथम गांव माणा में तैयार किया गया घृत कंबल भगवान बद्रीनाथ को ओढाया गया।

मंगलवार को उत्तराखंड के चमोली में स्थित बद्रीनाथ धाम मंदिर में उमड़ी हजारों श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बीच बद्रीनाथ धाम के कपाट आज दोपहर बाद तकरीबन 2:56 पर शीतकाल के लिए पूरे विधि विधान के अनुसार बंद कर दिए गए हैं। कपाट बंद होने से ठीक पहले देश के प्रथम गांव माणा में तैयार किया गया घृत कंबल भगवान बद्रीनाथ को ओढाया गया। परंपरा के मुताबिक उद्धव और कुबेर की प्रतिमा को भी गर्भ गृह के बाहर लाया गया। शीतकालीन प्रवास के दौरान अब भगवान के भक्त भगवान बद्रीनाथ के दर्शन पांडू केश्वर स्थित योग ध्यान बद्री में कर सकेंगे।

बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया के दौरान गढ़वाल राइफल्स का बैण्ड भी मौके पर तैनात रहा। सैनिकों ने परंपरा के मुताबिक अंतिम धुने बजाई, जिन पर मंदिर परिसर में खड़े श्रद्धालु जय बद्री विशाल और जय बद्रीनाथ के जयकारे लगाते हुए थिरक रहे थे।

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