बोली तस्लीमा- जब तक रहेगा इस्लाम- तब तक आतंकवाद का अंत संभव नहीं
पहलगाम आतंकी हमले वर्ष 2016 में ढाका में हुए आतंकी हमले के बीच समानताएं हैं।;
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादियों द्वारा किए गए कायराना हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की मौत को लेकर तस्लीमा नसरीन में कहा कि पहलगाम आतंकी हमले वर्ष 2016 में ढाका में हुए आतंकी हमले के बीच समानताएं हैं। आतंकवाद उस समय तक धरती पर रहेगा, जब तक इस्लाम रहेगा।
निर्वासित बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन कहा है कि 14 सौ साल में भी इस्लाम विकसित नहीं हुआ है और यह उस समय तक विकसित भी नहीं होगा जब तक इस्लाम आतंकवादियों को जन्म देता रहेगा।
उन्होंने कहा है कि वर्ष 2016 में ढाका में हुए हमले में मुसलमानों को इसलिए मार दिया गया क्योंकि वह कलमा नहीं पढ़ पाए थे, ठीक इसी तरह 22 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर के पहलगाम के पास आतंकवादियों ने 26 निर्दोष लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे।
उन्होंने कहा है कि जब आस्था को तर्क और मानवता पर हावी होने दिया जाता है तो उसमें ऐसा ही होता है।