QR कोड से रिश्वतखोरी- बिजली विभाग के बाबू की नौकरी खत्म- 2 सस्पेंड

इसके अलावा संविदा कर्मी कंप्यूटर ऑपरेटर को बाहर का रास्ता दिखाया गया है। कार्यकारी सहायक भी सस्पेंड की गई है।

Update: 2025-11-18 11:44 GMT

लखनऊ। क्यूआर कोड के माध्यम से ऑन कैमरा रिश्वत लेने वाले बिजली विभाग के संविदा बाबू को बर्खास्त कर दिया गया है, इसके अलावा संविदा कर्मी कंप्यूटर ऑपरेटर को बाहर का रास्ता दिखाया गया है। कार्यकारी सहायक भी सस्पेंड की गई है।

मंगलवार को विद्युत विभाग में रिश्वतखोरों के खिलाफ की गई एक बड़ी कार्यवाही के अंतर्गत प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के अंतर्गत मंजूरी के लिए ₹1000 की रिश्वत लेने वाले संविदा बाबू प्रभात साहू को बर्खास्त कर दिया गया है, रिश्वतखोर बाबू ने रिश्वत की यह रकम अपने पर्सनल क्यूआर कोड से ली थी, नो फाइलों के लिए बाबू ने₹9000 की डिमांड की थी।

उधर बाराबंकी में बिजली विभाग की अधीक्षण इंजीनियर राजबाला ने कार्यकारी सहायक आकाश मौर्य को सस्पेंड कर दिया है, स्टिंग में आकाश ने भी फाइलों की मंजूरी के लिए ₹1000 की डिमांड की थी। इसके अलावा यहां पर तैनात संविदा कर्मी कंप्यूटर ऑपरेटर अमित को हटाते हुए उसे बाहर का रास्ता दिखाया गया है।

घूसखोरी के एक अन्य मामले में बिजली मीटर का लोड बढ़ाने के लिए ₹500 प्रति की दर से रिश्वत मांगने वाली कार्यकारी सहायक शांति रावत को भी सस्पेंड कर दिया गया है। यह कार्रवाई उन्नाव बिजली विभाग के अधीक्षक इंजीनियर योगेश कुमार सिंह की ओर से की गई है।Full View

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