पुलिस का कंट्रोल रूम बना वरदान- बिछड़े 1038 लोगों को अपनों से मिलाया

गंगाजल लेकर आ रहे श्रद्धालुओं के लिए वरदान साबित हो रही है।

Update: 2025-07-17 10:13 GMT

मुजफ्फरनगर। श्रावण मास की कांवड़ यात्रा- 2025 को लेकर पुलिस और प्रशासन की ओर से की गई व्यवस्था गंगाजल लेकर आ रहे श्रद्धालुओं के लिए वरदान साबित हो रही है। शिव चौक पर बनाए गए कंट्रोल रूम में 740 कैमरों की सहायता से 24 घंटे की जा रही निगरानी के तहत कांवड़ यात्रा में बिछड़े 1038 लोगों को अभी तक अपनों से मिलाया गया है।


बृहस्पतिवार को जनपद में श्रावण मास की कांवड़ यात्रा अपने पूरे सभा पर पहुंच चुकी है, शहर और जनपद के कांवड़ यात्रा मार्गों पर हर जगह हर हर महादेव के जयकारे गूंज रहे हैं।

ऐसे हालातों के बीच पुलिस और प्रशासन की ओर से कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न करने के लिए की गई व्यवस्था गंगाजल लेकर आ रहे शिव भक्तों के लिए एक वरदान भी साबित हो रही है।

कांवड़ यात्रा की सुचारू निगरानी के लिए शहर की हृदय स्थली शिव चौक पर स्थापित किए गए हाईटेक कांवड़ कंट्रोल रूम के जरिए कांवड़ यात्रा मार्ग की निगरानी की जा रही है। कंट्रोल रूम में 24 घंटे 740 सीसीटीवी कैमरों की मदद से कांवड़ मेला पर निगाह रखते हुए लोगों की गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जा रही है।

मिल रही जानकारी के मुताबिक श्रावण मास की कांवड़ यात्रा के दौरान अभी तक 1038 लोग अपने परिजनों से बिछड़ चुके थे, जिन्हें पुलिस ने कंट्रोल रूम की मदद लेते हुए अपनों से मिलाने में सफलता हासिल की है।


की गई व्यवस्था के अंतर्गत शिव चौक पर स्थापित विशेष कंट्रोल रूम में रखे गए रजिस्टर में गुमशुदा लोगों के संबंध में विभिन्न जानकारियां दर्ज की जाती है, इसके बाद पूरे कांवड़ यात्रा मार्ग पर लगे लाउडस्पीकर के माध्यम से उद्घोषणा प्रसारित कर खोए हुए लोगों को उनके परिजनों से मिलाया जाता है।

कांवड़ यात्रा में उमड़ रही भारी भीड़ की वजह से हालात ऐसे हो चले हैं कि छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक तमाम चौकसी के बावजूद अपनों से बिछड़ रहे हैं। परिजन जानकारी के लिए शिव चौक पर स्थापित किए गए कंट्रोल रूम में पहुंचते हैं और वहां तैनात कर्मचारी उनकी समस्या का निस्तारण करते हैं।

अधिकतर मामलों में अभी तक यही देखा गया है कि बिछड़े लोग पुलिस की तत्परता के चलते कुछ ही घंटे के भीतर अपने परिजनों से मिल गए हैं।Full View

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