जरांगे-पाटिल ने मराठा आरक्षण पर शिंदे की चुप्पी पर उठाए सवाल
आस्था और न्याय के नाम पर उन्हें मुंबई तक मार्च करने से कोई नहीं रोक सकता।
जालना, मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे पाटिल ने बुधवार को मराठा आरक्षण पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि उनकी आवाज दबायी जा रही है।
पाटिल ने सत्तारुढ़ और विपक्षी दलों के नेताओं तथा मराठा समुदाय के संपन्न लोगों से भी समुदाय के साथ मजबूती से खड़े होने की अपील की। उन्होंने कहा “मराठा समाज हमेशा अपने नेताओं के साथ खड़ा रहा है और अब समुदाय का समर्थन करने की उनकी बारी है। जो लोग मदद करेंगे उन्हें कभी नहीं भुलाया जाएगा, जबकि जो नहीं करेंगे उन्हें समुदाय के सवालों का सामना करना पड़ेगा।” उन्होंने यह भी कहा कि आस्था और न्याय के नाम पर उन्हें मुंबई तक मार्च करने से कोई नहीं रोक सकता।
उन्होंने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) कोटे के तहत मराठा आरक्षण के पक्षधर हैं। महाराष्ट्र में ओबीसी 27 प्रतिशत कोटे के हकदार हैं। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, विशेष पिछड़ा वर्ग, खानाबदोश जनजातियों सहित अन्य समूहों के साथ, यह 51 प्रतिशत है।
इस बीच प्रदर्शनकारियों को ले जा रहे हजारों ट्रक और वाहन मुंबई की ओर कूच करने के लिए अंतरवाली सराटी में इकट्ठा हुए। प्रदर्शनकारियों ने 15 दिनों के लिए पर्याप्त आपूर्ति का भंडार कर लिया है और आंदोलन के लिए रसद तथा वाहनों के लिए समुदाय के सदस्यों के योगदान से धन जुटाया गया है।