डार्क रूम कैफ़े पर छापेमारी- तहखाने में कम उम्र के छात्र छात्राएं

आपत्तिजनक सामान भी पुलिस को कैफ़े के भीतर से बरामद हुआ है।

Update: 2025-09-28 10:37 GMT

मुजफ्फरनगर। शहर में कैफे के नाम पर इधर-उधर खुले होटल रेस्टोरेंट मौज मस्ती का साधन बन रहे हैं। अंधाधुंध कमाई के लिए इन रेस्टोरेंट के माध्यम से स्कूली छात्र-छात्राओं के भविष्य को बर्बाद करने का काम किया जा रहा है। डार्क रूम कैफे पर की गई छापामार कार्यवाही में कैफ़े के तहखाने में कम उम्र के छात्र-छात्राएं मिले हैं। आपत्तिजनक सामान भी पुलिस को कैफ़े के भीतर से बरामद हुआ है।


वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा के निर्देश पर थाना नई मंडी क्षेत्र के विश्वकर्मा चौक स्थित डार्क रुम कैफे पर की गई छापामार कार्यवाही में कम उम्र के छात्र-छात्राओं को कैफ़े में अकेले बैठने के लिए बेसमेंट में स्थान उपलब्ध कराने का मामला सामने आया है।

पुलिस द्वारा की गई कैफे की छानबीन में आपत्तिजनक सामान भी बरामद किया गया है। छापामार कार्यवाही में पुलिस की मौजूदगी के बावजूद कैफ़े का मालिक सामने नहीं आया और वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर नहीं पहुंचे।

बेसमेंट में डार्क रूम बनाकर कैफ़े चलाने की अनुमति किसके द्वारा दी गई थी? इसका अभी पता नहीं चल पाया है।

उल्लेखनीय है कि शहर के सर्कुलर रोड, गांधी कॉलोनी और रेलवे स्टेशन रोड पर कई के ऐसे कैफ़े, रेस्टोरेंट एवं होटल होना बताए गए हैं, जहां स्कूली एवं कॉलेज के छात्र-छात्राओं को अकेले बैठकर बातें करने का स्थान अवेलेबल कराया जाता है।

महावीर चौक स्थित एक कैफे पर पुलिस द्वारा की गई छापामार कार्रवाई के दौरान आपत्तिजनक सामान और 30 से ज्यादा युवक युवतियों मौजूद होना पाए गए थे।

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