ऑपरेशन सफाया- रिजल्ट के बाद MLC और पार्षद भी भाजपा से बाहर
भाजपा प्रदेश मुख्यालय प्रभारी अरविंद शर्मा की ओर से जारी की गई अलग-अलग चिट्ठी में लिखा गया है
पटना। राज्य विधानसभा चुनाव के परिणामों में फील गुड करने वाली भारतीय जनता पार्टी में अब विधानसभा चुनाव के दौरान बगावती तेवर दिखाने वाले नेताओं के खिलाफ कार्यवाही करते हुए उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाना शुरू कर दिया है।
शनिवार को भारतीय जनता पार्टी की ओर से विधानसभा चुनाव के दौरान बगावत करने वाले नेताओं के खिलाफ कार्यवाही का सिलसिला शुरू करते हुए कटिहार में विधान परिषद सदस्य अशोक अग्रवाल और मेयर उषा अग्रवाल पर कार्यवाही करते हुए इन दोनों को 6 साल के लिए भारतीय जनता पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
भाजपा प्रदेश मुख्यालय प्रभारी अरविंद शर्मा की ओर से जारी की गई अलग-अलग चिट्ठी में लिखा गया है कि आपकी गतिविधियां पार्टी के विरोध में है जो अनुशासन की कैटेगरी में आती है। आपकी अनुशासनहीनता को पार्टी ने गंभीरता से लिया है, क्योंकि आपकी कार गुजारी से पार्टी की छवि धूमिल हुई है और कार्यकर्ताओं का मनोबल भी प्रभावित हुआ है।
इसलिए वरिष्ठ पदाधिकारियों से विचार विमर्श करने के बाद आपको भाजपा से निलंबित करते हुए कारण बताओं नोटिस जारी किया जा रहा है। नोटिस में पूछा गया है कि आपको पार्टी से क्यों नहीं निष्कासित किया जाए? इसका स्पष्टीकरण अवश्य ही दें।