घपलेबाज पर कार्यवाही की गाज- जेल अधीक्षक किया सस्पेंड
पैसों की गड़बड़ी करने और काम को ठीक तरह से अंजाम नहीं देने के आरोप लगे हैं।
आजमगढ़। जेल स्टाफ और कैदियों की मिली भगत से फर्जी चेक जारी कर लाखों रुपए की बड़ी रकम निकालने वाले घपलेबाज जेल अधीक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है। निलंबित किए गए जेल अधीक्षक पर अपनी जिम्मेदारियों की अच्छे से निगरानी नहीं करने, पैसों की गड़बड़ी करने और काम को ठीक तरह से अंजाम नहीं देने के आरोप लगे हैं।
मंगलवार को शासन की ओर से की गई एक बड़ी कार्यवाही के अंतर्गत आजमगढ़ जेल में सरकारी खाते से 52 लाख 85 हजार रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आने के बाद जेल अधीक्षक आदित्य कुमार सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है।
अपर महानिरीक्षक जेल धर्मेंद्र सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया है कि विभागीय जांच में पता चला है कि सस्पेंड किए गए जेल अधीक्षक के नाम से चल रहे सरकारी खाते से कैदियों और कर्मचारियों की मिली भगत से फर्जी चेक जारी करते हुए 52 लाख 85 हजार रुपए की बड़ी धनराशि निकल गई थी।
डीआईजी जेल शैलेंद्र कुमार मैत्रेय ने आजमगढ़ जेल पहुंचकर 11 अक्टूबर को तकरीबन 8 घंटे तक जांच करने के बाद इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी थी।
डीआईजी जेल की रिपोर्ट पर शासन ने कार्यवाही करते हुए अब जेल अधीक्षक आदित्य कुमार सिंह को सस्पेंड करने का फरमान जारी कर दिया है।
लाखों रुपए की धोखाधड़ी के इस मामले में शामिल चार आरोपियों जेल से छूटे कैदी रंजीत यादव, शिव शंकर यादव उर्फ गोरख, वरिष्ठ लेखा अधिकारी मुशीर अहमद और चौकीदार अवधेश कुमार पांडे को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।