आर्मी भर्ती में फिजिकल पास कराने को लेकर ठगी करने वाला गिरफ्तार
आर्मी की वर्दी, फर्जी आई कार्ड, स्कूटी और मोबाइल फोन बरामद किया गया है।
मुजफ्फरनगर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा के निर्देशन में जनपद की थाना सिविल लाइन पुलिस ने सेना की अग्निवीर भर्ती में फिजिकल पास करने और भर्ती के नाम पर युवाओं के साथ धोखाधड़ी करने वाले एक शातिर जाल साज को गिरफ्तार किया है। जाल साज के कब्जे से आर्मी की वर्दी, फर्जी आई कार्ड, स्कूटी और मोबाइल फोन बरामद किया गया है।
शुक्रवार को अपर पुलिस महानिदेशक मेरठ जोन एवं पुलिस उप महा निरीक्षक सहारनपुर परिक्षेत्र के निर्देशन एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा के पर्यवेक्षण, एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत, सहायक पुलिस अधीक्षक नगर सिद्धार्थ के मिश्रा और थाना प्रभारी सिविल लाइन आशुतोष कुमार के नेतृत्व में सब इंस्पेक्टर सत्येंद्र सिंह ढिल्लों, कांस्टेबल विशाल कुमार तथा कांस्टेबल धर्मेंद्र कुमार की टीम ने कमला नेहरू वाटिका यानी कंपनी बाग के पास से एक जाल साज को गिरफ्तार किया है।
एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने पुलिस लाइन के सभागार में बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया से बातचीत करते हुए बताया है कि गिरफ्तार किए गए जनपद मेरठ के थाना इंचौली क्षेत्र के कस्तला शमशेर नगर निवासी सुमित कुमार पुत्र रकम सिंह के कब्जे से पुलिस ने आर्मी की वर्दी, आर्मी का फर्जी आई कार्ड, एक स्कूटी और एक मोबाइल फोन बरामद किया है।
एसपी सिटी ने बताया है कि पिछले महूकी 30 अगस्त को अभिषेक पुत्र राजेंद्र कुमार निवासी पानी माला थाना नूरपुर जनपद बिजनौर में थाना सिविल लाइन पर लिखित तहरीर देकर बताया था कि जनपद मुजफ्फरनगर में चल रही अग्निवीर भर्ती में एक व्यक्ति द्वारा उनसे शारीरिक दक्षता परीक्षा पास कराने तथा भर्ती कराने के नाम पर जालसाजी करते हुए कूट रचित टोकन स्लिप तैयार करके दी गई तथा ₹100000 ले लिए गए।
थाना सिविल लाइन पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए पीड़ित से प्राप्त तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम गठित की गई। पुलिस टीम ने 100 से भी अधिक सीसीटीवी कैमरों की जांच पड़ताल की और इलेक्ट्रानिक सर्विलांस एवं मिलिट्री इंटलीजेंस मध्य कमान के सहयोग से ठगी की घटना को अंजाम देने वाले सुमित को आज कंपनी बाग के पास से गिरफ्तार कर लिया।
एसपी सिटी ने बताया है कि पूछताछ किए जाने पर आरोपी ने बताया है कि वह आर्मी में भर्ती कराने के नाम पर युवाओं से ठगी कर अवैध आर्थिक लाभ अर्जित करता है।
आरोपी ने बताया है कि वह आर्मी भर्ती के दौरान ऐसे युवाओं की तलाश करता है जो शारीरिक दक्षता परीक्षा में फेल हो जाते हैं, उसके बाद वह उन्हें फिजिकल परीक्षा में पास कराने तथा भर्ती कराने का विश्वास दिलाकर उनसे रुपए ले लेता है और उन्हें फर्जी टोकन स्लिप दे देता है।
आरोपी ने बताया है कि वह यह काम आर्मी की वर्दी पहनकर करता है और अपने पास भारतीय सेना का फर्जी पहचान पत्र रखता है, जिससे अभ्यर्थी को विश्वास हो जाता है कि वह सेना में ही है।
आरोपी ने बताया है कि वह पिछले कई वर्षों से ठगी के काम को कर रहा है और उसने लखनऊ, रुड़की तथा आगरा में हुई भर्तियों में भी अभ्यर्थियों से इसी प्रकार से ठगी की थी।