शामली पुलिस के नेक कार्य- कभी बचाई जान तो कभी बिछड़े को पहुंचाया घर
शामली पुलिस ने बदमाशों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई करने के साथ-साथ नेक काम भी किये हैं।
शामली। शामली पुलिस कप्तान नरेन्द्र प्रताप सिंह के निर्देशन में शामली पुलिस ने बदमाशों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई करने के साथ-साथ नेक काम भी किये हैं। नेक कार्यों से तात्पर्य यह है कि शामली पुलिस ने कभी किसी व्यक्ति की जान बचाई तो कभी बिछड़े हुए बच्चे या शख्स को उनके परिवार से मिलााया। शामली पुलिस ने आत्महत्या करने जा रही महिला और उसके बच्चो को समय से मौके पर पहुंचकर बचाया। पुलिसकर्मी ने ईमानदारी का परिचय देते हुए बाईक सवार का पर्स उसे लौटाया। थाना झिंझाना पुलिस ने गुमशुदा 8 वर्षीय बालक को बरामद कर उनके परिजनों को सुपुर्द किया। एक मुख्य आरक्षी ने एक्सीडेंट में गंभीर चोट आई चालक को हॉस्पिटल में समय से एडमिट कराकर उसकी जान बचाकर अच्छा कार्य किया। खोये हुए एक वर्षीय बच्चे को उसके परिवार से मिलाया। नाराज होकर घर से गया युवक को ढूंढकर पुलिस ने उनके परिजनों को सुपुर्द किया। ऐसे ही शामली पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में शामली पुलिस द्वारा बदमाशों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई करने के साथ-साथ नेक कार्य भी किये गये हैं। इन कार्यों की उनके परिजनों के साथ-साथ शामली की पब्लिक ने भी शामली पुलिस की प्रशंसा की। शामली पुलिस के नेक कार्यों पर पेश है खोजी न्यूज की खास रिपोर्ट....
गौरतलब है कि 14 अक्टूबर 2025 को थाना कैराना क्षेत्र में स्थित यमुना नदी पुल पर एक महिला द्वारा आत्महत्या करने के उद्देश्य से नदी में कूदने का प्रयास किए जाने की सूचना मिशन शक्ति टीम को मिलते ही थाना कैराना पुलिस व मिशन शक्ति टीम द्वारा बिना विलंब किए तत्काल मौके पर पहुँचकर अत्यंत साहस एवं तत्परता का परिचय देते हुए उक्त महिला को सुरक्षित रूप से बचा लिया गया। पूछताछ में महिला ने पारिवारिक कलह के कारण आत्महत्या करने की बात बताई। महिला चांदबीबी पत्नी वसीम मोहल्ला नानुपुरा मस्जिद वाली गली राम-रहीम के पास जनपद शामली, को समझाते हुए मिशन शक्ति टीम द्वारा उसे मानसिक रूप से शांत किया गया तथा आवश्यक काउंसलिंग की गई। इसके उपरांत महिला को उसके परिजनों के सुपुर्द किया गया, जिसके बाद उनके द्वारा पुलिस का आभार जताया गया।
बताया गया कि दिनांक 7 अक्टूबर 2025 को मुख्य आरक्षी (यातायात) प्रमोद कुमार बनत चौराहा ड्यूटी पर तैनात थे। इस दौरान मोटर साईकिल सवार का पर्स गलती से गिर गया था। मुख्य आरक्षी (यातायात) प्रमोद कुमार ने तुरंत सतर्कता दिखाते हुए फोन के माध्यम से पर्स धारक मनीष कुमार निवासी ग्राम बुटराड़ी थाना कोतवाली शामली से संपर्क किया और उनका पर्स सुरक्षित उन्हें वापस किया, जिसके बाद मनीष ने मुख्य आरक्षी को धन्यवाद बोला और उनके कार्य की प्रशंसा की। साथ ही इस कार्य को जब एसपी नरेन्द्र प्रताप सिंह को पता चला तो उन्होंने भी मुख्य आरक्षी प्रमोद कुमार के कार्य की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे प्रयास नागरिकों के मन में पुलिस के प्रति विश्वास और सुरक्षा की भावना मजबूत करते हैं। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि इस प्रकार की घटनाओं में पुलिस से तुरंत संपर्क करें और किसी भी असुरक्षित स्थिति में सहायता प्राप्त करें।
ज्ञात हो दिनांक 25 सितम्ब्र 2025 की बात है, उस दिन पप्पन पुत्र रतिराम निवासी मौहल्ला ताडवाला कस्बा व थाना झिंझाना पर उपस्थित होकर एक प्रार्थना पत्र दिया, जिसमें उसके द्वारा बताया गया कि उसका पुत्र उम्र लगभग 8 वर्ष, सैमसंग चौक पर रामलीला देखने के लिए गया था, परंतु देर रात तक घर वापस नहीं लौटा। शिकायत के पश्चात थाना झिंझाना की मिशन शक्ति टीम द्वारा थाना क्षेत्रान्तर्गत गुमशुदा बालक को जनपद सहारनपुर से सकुशल बरामद कर उसे उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।
बता दें कि दिनांक 30 सितम्बर 2025 को रात्रि के समय कस्बा जलालाबाद में गश्त के दौरान एक महिला मिली जो मानसिक रूप से असमंजस की स्थिति में थी एवं अपना सही पता व पहचान स्पष्ट रूप से नहीं बता पा रही थी। महिला की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए मिशन शक्ति टीम द्वारा तत्काल उसे थाना थानाभवन लाया गया। महिला के बताए आंशिक विवरण के आधार पर पुलिस टीम ने सूझबूझ एवं प्रयासों से उसके परिजनों की तलाश की। कुछ ही समय में महिला नीलम पत्नी अरविंद निवासी ग्राम गोहरनी थाना आदर्श मंडी जनपद शामली के पति व देवर का पता लगाकर उन्हें थाना बुलाया गया। उचित पहचान व सत्यापन उपरांत महिला को उसके पति रविंद पुत्र किरण सिंह ग्राम गोहरनी थाना आदर्श मंडी और देवर रविंद्र के सुपुर्द सकुशल किया गया।
गौरतलब है कि दिनांक 30 सितम्बर 2025 को यातायात व्यवस्था ड्यूटी के दौरान धीमानपुरा फाटक ड्यूटी पॉइंट पर नियुक्त कांस्टेबल मनोज कुमार एवं होमगार्ड कर्मचारीगण द्वारा मानवीय संवेदनशीलता का परिचय देते हुए लगभग 1 वर्षीय छोटे बालक को रेलवे ट्रैक के पास से सुरक्षित अपने संरक्षण में लिया गया। उक्त बालक लगभग 2 घंटे से अपने परिवार से बिछड़ा हुआ था। तत्परता दिखाते हुए आरक्षी मनोज कुमार ने बच्चे को सुरक्षित उसकी माता के सुपुर्द किया।
बताया गया कि दिनांक 29 सितम्बर 2025 को मुख्य आरक्षी (यातायात) सचिन कुमार विजय चौक पर ड्यूटी के दौरान मुस्तैदी से तैनात थे। इसी समय एक मोटरसाइकिल अनियंत्रित होकर गिर गई, जिससे चालक को गंभीर चोटें आईं। मुख्य आरक्षी (यातायात) सचिन कुमार द्वारा आनन-फानन में घायल व्यक्ति को तत्काल जिला चिकित्सालय, शामली पहुँचाया गया। घायल ने अपना नाम अनमोल पुत्र मनोज, निवासी गली नंबर-2, दयानंद नगर, थाना कोतवाली शामली जनपद शामली बताया। उक्त जानकारी के आधार पर उसके परिजनों को तुरंत सूचित किया गया, जिसके पश्चात परिजन शीघ्र ही जिला चिकित्सालय पहुंचे। मुख्य आरक्षी (यातायात) की मुस्तैदी एवं त्वरित कार्यवाही के फलस्वरूप घायल को समय पर चिकित्सीय सहायता प्राप्त हुई और उसका जीवन सुरक्षित रह सका। राहवीर योजना के अंतर्गत सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्ति को “गोल्डन-ऑवर” (पहले 1 घंटे) के भीतर अस्पताल पहुंचाने वाले मददगार को 25,000 तक की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है।
ज्ञात हो कि दिनांक 17 सितम्बर 2025 को आवेदक राजीव कुमार पुत्र श्याम सिंह निवासी ग्राम कमालपुर थाना झिंझाना जनपद शामली द्वारा अपने पुत्र प्रिंयाशु राठी उम्र 22 वर्ष घर से सुबह 4 बजे दौड लगाने जाने व वापस न आने के सम्बन्ध में थाना झिंझाना शामली पर लिखित तहरीर दी गयी थी। शिकायत के बाद थाना झिंझाना पुलिस द्वारा गुमशुदा हुए युवक को जनपद रोहतक हरियाणा से सकुशल बरामद कर उसेे उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।