बैंक में हुए करोड़ों के घोटाले मामले में सहायक प्रबंधक अरेस्ट

बैंक में हुए करोड़ों के घोटाले मामले में आरोपी सहायक प्रबंधक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

Update: 2024-08-25 15:00 GMT

नाहन। हिमाचल प्रदेश के नौहराधार कोऑपरेटिव बैंक में हुए करोड़ों के घोटाले मामले में आरोपी सहायक प्रबंधक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

शुक्रवार को पुलिस ने आरोपी के घर पर दबिश के लिए टीम भेजी थी, लेकिन वह मौके पर नहीं मिला। वहीं शनिवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि आरोपी ने उच्च न्यायालय में जमानत के लिए अर्जी डाली थी, लेकिन उसे हाईकोर्ट से जमानत नहीं मिली।

सिरमौर के पुलिस अधीक्षक रमन कुमार मीणा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर में मामले की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच जारी है और अन्य दोषियों की पहचान की जा रही है।

दरअसल, सहायक प्रबंधक पर आरोप है कि उन्होंने किसान क्रेडिट कार्ड के फर्जी खाते खोलकर करीब चार करोड़ की राशि का गबन किया। पांच अगस्त को जिला कार्यालय नाहन को शाखा कार्यालय नौहराधार में संदिग्ध लेनदेन की जानकारी प्राप्त हुई थी। प्रारंभिक जांच के बाद, इस मामले को शिमला के डेटा सेंटर को जांच के लिए भेजा गया। आठ अगस्त को डेटा सेंटर शिमला ने जानकारी दी कि नौहराधार शाखा में किसान क्रेडिट कार्ड के कई फर्जी खाते खोले गए हैं।

जांच में पाया गया कि सहायक प्रबंधक ज्योति प्रकाश ने अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करते हुए फर्जी खातों में लगभग 4.02 करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर की और इसे विभिन्न खातों में जमा कर बंद कर दिया। गत 10 अगस्त को सहायक प्रबंधक के खिलाफ संगडाह पुलिस स्टेशन में मामला पंजीकृत किया गया।

जांच की गंभीरता को देखते हुए, एसडीपीओ संगडाह के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया। जांच के दौरान, विभिन्न बैंकों में ज्योति प्रकाश द्वारा खोले गए खातों की जांच की गई, और उनके लेनदेन वाले खातों को फ्रीज कर दिया गया। जांच में यह भी पता चला कि ज्योति प्रकाश ने 2012 से इस शाखा में काम करते हुए लोगों की एफडीआर और चेक बुक को अपने पास रखा और लोगों का विश्वास हासिल किया।

शनिवार को ज्योति प्रकाश को पुलिस थाना संगडाह में गिरफ्तार किया गया। इस मामले में बैंक का ऑडिट किया जा रहा है, जिसके बाद ही यह पता चल सकेगा कि यह राशि कहाँ से आई और किसे दी गई। वहीं रविवार को आरोपी ज्योति प्रकाश को न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड हासिल किया जाएगा।

आरोपी सहायक प्रबंधक की गिरफ्तारी और जांच में देरी के खिलाफ स्थानीय व्यापार मंडल के आवाहन पर मुख्य बाजार में बड़ी आक्रोश रैली निकाली गई थी। रैली में विभिन्न पंचायतों से सैकड़ों लोग शामिल हुए और बैंक प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी भी की। इस दौरान संगडाह पुलिस थाना से पुलिस बल भी मौके पर तैनात किया गया था, ताकि कानून व्यवस्था बनाए रखी जा सके। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि उनका सारा पैसा वापस दिलाया जाए और घोटाले की जांच में तेजी की जाए।

व्यापार मंडल के अध्यक्ष ने सभी दलों के नेताओं को रैली में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया, जिसमें भारतीय जनता पार्टी की रेणुका प्रत्याशी नारायण सिंह भी शामिल हुए और उन्होंने लोगों को समर्थन देने की बात कही।

वार्ता

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