मस्जिद में बम ब्लास्ट में 8 लोगों की मौत के बाद हिंसा का नंगा नाच
सीरिया के होम्स शहर में धार्मिक अल्पसंख्यक अल्वी समुदाय के प्रदर्शनकारियों और विरोधियों के बीच हुई जोरदार झड़पों की चपेट में आकर कम से कम तीन लोगों की मौत हुई
नई दिल्ली। अल्वी समुदाय की मस्जिद में हुए ब्लास्ट में आठ लोगों की मौत के बाद भड़क उठी सांप्रदायिक हिंसा में कम से कम तीन लोगों के मारे जाने की खबर मिल रही है। कट्टरपंथियों ने अल्वी समुदाय के लोगों को निशाना बनाने के लिए हमला किया था।
सीरिया के होम्स शहर में धार्मिक अल्पसंख्यक अल्वी समुदाय के प्रदर्शनकारियों और विरोधियों के बीच हुई जोरदार झड़पों की चपेट में आकर कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई है। हिंसा में जख्मी हुए दर्जन भर से अधिक लोग ट्रीटमेंट के लिए अस्पताल में एडमिट कराए गए हैं। दो समुदाय के बीच यह हिंसा उस समय हुई जब होम्स शहर में एक अल्वी मस्जिद में चल रही नमाज के दौरान हुए बम धमाके की चपेट में आकर 8 लोगों की मौत और 18 लोगों के घायल होने की घटना के बाद 2 दिन बाद हजारों प्रदर्शनकारी लजीकिया, तरतूस और अन्य स्थानों पर प्रदर्शन करने के लिए इकट्ठा हुए थे।
सीरिया के सरकारी टेलीविजन की ओर से दी गई खबर में बताया गया है कि तरतूस क्षेत्र में थाने पर हथगोला फेंके जाने से सुरक्षा बलों के दो सदस्य घायल हो गए। उधर लजीकिया में सुरक्षा बलों की गाड़ियों में आग लगा दी गई। बाद में सुरक्षा बल का एक सदस्य गोलीबारी में मर गया।स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक इन हमलों में तीन लोग मारे गए हैं और साठ अन्य घायल हुए हैं। अधिकारियों ने कहा है कि प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि शुक्रवार के बम हमले में होम्स की मस्जिद में विस्फोटक उपकरण लगाए गए थे, लेकिन संदिग्ध की पहचान अभी तक उजागर नहीं की गई है।