जल बगैर इंसान के साथ प्राणियों का जीवन भी अधूरा

आम जनमानस से पानी बचाने का आह्वान करते हुए जल संरक्षण, शुद्ध पेयजल एवं जल जीवन मिशन के अंतर्गत विभिन्न जानकारियां दी गई;

Update: 2022-03-22 13:14 GMT

गाजियाबाद। विश्व जल दिवस के मौके पर आयोजित किए गए कार्यक्रम में आम जनमानस से पानी बचाने का आह्वान करते हुए जल संरक्षण, शुद्ध पेयजल एवं जल जीवन मिशन के अंतर्गत विभिन्न जानकारियां दी गई।

मंगलवार को विश्व जल दिवस के मौके पर ग्राम पंचायत भोजपुर के ग्राम पंचायत भवन में जल संरक्षण दिवस का आयोजन किया गया। इस मौके पर एडीओ पंचायत कौशल शर्मा एवं ग्राम सचिव विपिन ने उपस्थित महिलाओं एवं अन्य लोगों को जानकारी देते हुए बताया कि जल के बिना इंसान व प्राणियों का जीवन अधूरा है। इंसान भोजन के बगैर तो कई दिन तक जीवित रह सकता है मगर पानी के बिना कुछ दिन भी जिंदा नहीं रह सकता। पानी इंसान ही नही धरती पर रहने वाले हर प्राणियों व पेड पौधों के लिए अनमोल है जिस की बर्बादी को हर हाल में रोकना होगा।


उन्होंने बताया कि दुनिया की 16 प्रतिशत आबादी भारत में रहती है जबकि पीने का पानी सिर्फ 4 प्रतिशत है। एक सेकेंड में नल से टपकने वाली बूंद से साल भर में 27 हजार गैलन पानी बर्बाद हो जाता है। डा.संजय यादव ने बताया कि पृथ्वी के सतह पर दो तिहाई जल है लेकिन 0.2 प्रतिशत ही साफ और ताजा जल बाकी रह गया है है। सभी जीवित प्राणियों की उत्पत्ति जल में हुई है। वैज्ञानिक अब पृथ्वी के अलावा अन्य ग्रहों पर पहले पानी की खोज को प्राथमिकता देते हैं।

गोष्ठी के दौरान कहा गया कि बढ़ती आबादी और इसके परिणामस्वरूप बढ़ते औद्योगिकीकरण के कारण,शहरी मांग में वृद्धि हुई है और पानी की खपत बढ़ रही है। भविष्य में जल संकट से बचने के लिए किसानों को अपने खेतों में अधिक से अधिक पेड़ों को लगाकर जल संरक्षण में सहयोग करना चाहिए।

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